क्या मकरासन तनाव को दूर कर बेहतर पाचन में मदद करता है?

सारांश
Key Takeaways
- तनाव को कम करने में सहायक
- पाचन में सुधार करता है
- पीठ और कमर के दर्द में राहत
- शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा
- आसान अभ्यास विधि
नई दिल्ली, 31 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। शारीरिक और मानसिक समस्याओं के समाधान में योगासन बहुत प्रभावी होते हैं। इनमें से एक प्रमुख आसन है मकरासन, जो न केवल तनाव को दूर करता है, बल्कि स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है। इस आसन का अभ्यास करने से पीठ और कमर के दर्द में कमी आती है और शरीर को विश्राम मिलता है।
'मकरासन' एक संस्कृत शब्द है, जो 'मकर' और 'आसन' से मिलकर बना है। 'मकर' का अर्थ है मगरमच्छ और 'आसन' का अर्थ है मुद्रा।
यह आसन आराम करते हुए मगरमच्छ की आकृति में दिखता है। यह तनाव को दूर करने के साथ-साथ पाचन को भी बेहतर बनाता है और अस्थमा, ग्रीवासाइटिका के दर्द से राहत प्रदान करता है।
भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के अनुसार, मकरासन से शरीर की मांसपेशियों को विश्राम मिलता है। विशेष रूप से यह पीठ, कमर और कंधों की जकड़न को दूर करने में सहायक है। यह श्वसन प्रणाली के लिए भी लाभदायक माना जाता है और मानसिक संतुलन और शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है।
मकरासन रीढ़ की हड्डी के लिए अत्यंत फायदेमंद योगासन है। यह रीढ़ की हड्डी की संरचना को संतुलित बनाए रखने में मदद करता है और उसमें लचीलापन बढ़ाता है। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी है जो पीठ के दर्द और स्लिप डिस्क जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं। नियमित अभ्यास से रीढ़ की हड्डी मजबूत और स्वस्थ बनती है।
इसके अलावा, मकरासन मानसिक तनाव और चिंता को कम करने में भी मदद करता है। इस आसन के अभ्यास से मस्तिष्क को शांति मिलती है और एकाग्रता में वृद्धि होती है।
आयुष मंत्रालय यह भी मानता है कि मकरासन करने से दिमाग को विश्राम मिलता है और हम अधिक शांत महसूस करते हैं। इस आसन का नियमित अभ्यास करने से मन शांत रहता है और चिंता कम होती है, जो मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है।
मकरासन पाचन तंत्र को मजबूत करने में भी मदद करता है। इस आसन को करते समय शरीर पेट के बल जमीन पर होता है, जिससे पेट पर हल्का दबाव पड़ता है। यह दबाव पाचन अंगों को सक्रिय करता है। गहरी और धीमी सांस लेने के दौरान शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह बढ़ता है, जिससे पाचन क्रिया में सुधार होता है और गैस, कब्ज और अपच जैसी समस्याओं में राहत मिलती है।
आयुष मंत्रालय मकरासन करने की विधि भी बताता है। इसके लिए पैरों को चौड़ा करके, पंजे बाहर की ओर करते हुए पेट के बल लेट जाएं। दोनों हाथों को मोड़कर दाहिनी हथेली को बाईं हथेली पर रखें। सिर को अपने हाथों के बाईं या दाईं ओर रखें। आंखें बंद रखें और पूरे शरीर को विश्राम दें। यही मकरासन है।