क्या सर्दी-खांसी से राहत के लिए योग कर सकते हैं?
सारांश
Key Takeaways
- योगाभ्यास से इम्यूनिटी में सुधार होता है।
- सर्दी-जुकाम से राहत के लिए विशेष आसनों का अभ्यास करें।
- सुबह खाली पेट योग करना अधिक लाभदायक है।
- योग से शरीर और मन दोनों स्वस्थ रहते हैं।
- रोजाना योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
नई दिल्ली, 5 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। जैसे ही ठंड का मौसम दस्तक देता है, हवा में भी सर्दी और खांसी की समस्या बढ़ने लगती है। ऐसे समय में गले में खराश, बार-बार छींक आना और शरीर में दर्द होना आम बात है। इस मौसम में नियमित योग करने से शरीर के अंदरूनी अंगों में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की पहुंच आसान हो जाती है। इससे फेफड़ों की मजबूती, पाचन क्रिया का सुधार और रक्त संचार में वृद्धि होती है।
आयुष मंत्रालय के अनुसार, योगाभ्यास एक प्राकृतिक और प्रभावी तरीका है जो इम्यूनिटी को बढ़ाने में सहायक होता है। चलिए जानते हैं कुछ प्रमुख योगासनों के बारे में, जो सर्दी-जुकाम को दूर करने में मददगार हैं।
शीर्षासन: इस आसन में खड़े होने पर शरीर का रक्त प्रवाह सिर की ओर होता है, जिससे मस्तिष्क, आंखें, नाक और कान तक बेहतर ऑक्सीजन पहुंचती है। यह आसन सर्दी, जुकाम और सिरदर्द से राहत देने के साथ-साथ तंत्रिका तंत्र को सक्रिय करता है।
हलासन: इस आसन में पैरों को सिर के पीछे ले जाकर किया जाता है, जिससे नसों और मांसपेशियों की स्ट्रेचिंग होती है। यह पाचन तंत्र को सक्रिय करता है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। थकान और मानसिक तनाव को भी कम करता है।
मत्स्यासन: इस योगासन में शरीर मछली की आकृति में होता है। यह आसन छाती के बलगम को बाहर निकालने में सहायक है। गहरी सांस लेने से फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है और सर्दी-जुकाम से जल्दी राहत मिलती है।
अधोमुख श्वानासन: इस आसन में शरीर उल्टे 'वी' आकार में होता है, जिससे रक्त प्रवाह सिर और छाती की ओर बेहतर होता है। यह मुद्रा नाक और फेफड़ों की सफाई में मदद करती है, जिससे गले और छाती में जमा कफ बाहर निकलता है और सर्दी-जुकाम से राहत मिलती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इन आसनों का अभ्यास सुबह खाली पेट करना चाहिए, और इसे योग प्रशिक्षक की देखरेख में शुरू करना चाहिए। नियमित योगाभ्यास से न केवल इम्यूनिटी में सुधार होगा, बल्कि शरीर भी स्वस्थ और ऊर्जावान बनेगा। इस मौसम में योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करें और बीमारियों को अलविदा कहें!