क्या मुल्तानी मिट्टी से बालों में नई जान मिल सकती है? जानें स्कैल्प की सफाई और डैंड्रफ से राहत के लिए इसके फायदे
 
                                सारांश
Key Takeaways
- मुल्तानी मिट्टी बालों की जड़ों को मजबूत बनाती है।
- यह स्कैल्प की सफाई में मदद करती है।
- डैंड्रफ और खुजली कम करने में सहायक।
- सही उपयोग से बालों की ग्रोथ बढ़ती है।
- प्राकृतिक सामग्री के साथ मिश्रण से लाभ बढ़ता है।
नई दिल्ली, 31 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। हर किसी की ख्वाहिश होती है कि उसके बाल लंबे, घने और चमकदार हों, लेकिन प्रदूषण, धूल, गलत खान-पान और केमिकल वाले उत्पादों के कारण बालों की सेहत पर बुरा असर पड़ता है।
कई बार बालों में झड़ना, स्कैल्प पर खुजली या बेजान दिखना आम होता है। ऐसे में लोग विभिन्न हेयर सीरम, शैंपू और ट्रीटमेंट्स का सहारा लेते हैं, लेकिन असली नतीजे कम ही मिलते हैं। असल में, बालों की जड़ों को मजबूत बनाने के लिए स्कैल्प का साफ होना जरूरी है ताकि उसमें प्राकृतिक पोषण पहुंच सके। यही कारण है कि आजकल लोग फिर से आयुर्वेद की ओर लौट रहे हैं, जिसमें एक अनमोल तत्व है मुल्तानी मिट्टी.
मुल्तानी मिट्टी सदियों से त्वचा की सुंदरता के लिए जानी जाती है, लेकिन यह बालों के लिए भी उतनी ही लाभकारी है। इसमें पाए जाने वाले खनिज जैसे मैग्नीशियम, कैल्शियम और सिलिका बालों की जड़ों को मजबूती प्रदान करते हैं। यह स्कैल्प की सफाई करते हुए तेल, धूल और गंदगी को मिनटों में बाहर निकाल देती है। जब सिर की त्वचा स्वच्छ होती है, तो बालों की वृद्धि अपने आप बढ़ जाती है।
आयुर्वेद के अनुसार, मुल्तानी मिट्टी शरीर के पित्त और कफ असंतुलन को ठीक करती है, जिससे बालों का झड़ना और डैंड्रफ जैसी समस्याएं कम होती हैं।
वैज्ञानिक दृष्टि से, मुल्तानी मिट्टी एक प्राकृतिक क्लींजर है। यह स्कैल्प पर जमा अतिरिक्त तेल को हटाती है और रोम छिद्रों को खुला रखती है। इससे रक्त संचार बेहतर होता है और बालों की जड़ें अधिक ऑक्सीजन प्राप्त करती हैं। जब सिर की त्वचा साफ और स्वस्थ रहती है, तो बाल न केवल तेजी से बढ़ते हैं बल्कि मुलायम और चमकदार भी लगते हैं। यही कारण है कि कई हेयर एक्सपर्ट्स अब नैचुरल क्ले बेस्ड मास्क की सलाह दे रहे हैं।
मुल्तानी मिट्टी से बालों की देखभाल के कई सरल तरीके हैं। यदि आपके बाल सूखे हैं, तो मुल्तानी मिट्टी में दही और शहद मिलाकर लगाने से गहराई से नमी मिलती है। दही बालों को सॉफ्ट बनाता है और शहद उनमें प्राकृतिक चमक लाता है।
यदि आपको डैंड्रफ या खुजली की समस्या है, तो मेथी के बीज के साथ मुल्तानी मिट्टी मिलाकर उपयोग करना बेहद प्रभावी है। मेथी में प्रोटीन और निकोटिनिक एसिड होते हैं जो स्कैल्प संक्रमण को दूर करते हैं और नए बालों की वृद्धि को बढ़ावा देते हैं।
तैलीय बालों वालों के लिए मुल्तानी मिट्टी और साधारण पानी का मास्क किसी वरदान से कम नहीं है। यह सिर की अतिरिक्त चिकनाई को सोख लेता है। यदि आप चाहते हैं कि बाल मजबूत और घने हों, तो मुल्तानी मिट्टी में मेहंदी मिलाकर लगाना लाभकारी होता है। मेहंदी बालों की जड़ों को पोषण देती है और प्राकृतिक रंग भी जोड़ती है, जिससे बाल सुंदर और रेशमी दिखते हैं।
हालांकि, यह ध्यान देने योग्य है कि मुल्तानी मिट्टी का उपयोग करते समय इसे बहुत देर तक न छोड़ें, क्योंकि यह सूखने पर खिंचाव पैदा कर सकती है और लंबे समय तक रखने पर बालों में रूखापन आ सकता है। बेहतर है कि इसे 20 से 30 मिनट तक लगाकर हल्के गुनगुने पानी से धो लें। उसके बाद बालों में हल्का तेल लगाना फायदेमंद होता है ताकि नमी बनी रहे।
 
                     
                                             
                                             
                                             
                                             
                             
                             
                             
                            