क्या सर्दियों में कमजोर ब्लड सर्कुलेशन से शरीर देता है संकेत?
सारांश
Key Takeaways
- सर्दियों में ब्लड सर्कुलेशन कमजोर हो सकता है।
- गुनगुने पानी का सेवन करें।
- मालिश से मांसपेशियों में रक्त प्रवाह बढ़ता है।
- हल्की धूप से विटामिन डी मिलता है।
- ताजगी के लिए ताजा खाना खाएं।
नई दिल्ली, 21 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। सर्दियों में थकान, आलस्य, मांसपेशियों में जकड़न और त्वचा का रूखा होना एक सामान्य स्थिति प्रतीत होती है, लेकिन ये कमजोर ब्लड सर्कुलेशन का परिणाम हो सकते हैं।
सर्दियों में ब्लड सर्कुलेशन में कमी आती है, क्योंकि तापमान में गिरावट रक्त वाहिनियों पर दबाव डालती है, जिससे रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं और रक्त का प्रवाह धीमा हो जाता है।
शरीर में ब्लड सर्कुलेशन का सुचारु होना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि रक्त के माध्यम से ही पूरे शरीर को पोषण और ऑक्सीजन प्राप्त होता है। इन तत्वों के बिना शरीर के सभी अंग ठीक से कार्य नहीं कर पाते। सर्दियों में ब्लड सर्कुलेशन में कमी से हाथ-पैरों में झनझनाहट, शरीर का गर्म न होना, चेहरे और होठों पर रूखापन, दिल का तेज धड़कना, बेचैनी, रक्तचाप का बढ़ना, सुबह उठते ही भारीपन, सिरदर्द और चक्कर आना जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
आयुर्वेद में कुछ आसान उपाय बताए गए हैं, जिससे आप अपने शरीर के रक्त संचार को सुधार सकते हैं। इसके लिए सर्दियों में गुनगुने पानी का सेवन करें। खाने से पहले और बाद में भी गुनगुना पानी पीने से लाभ होता है। अगर शरीर में जकड़न महसूस हो, तो किसी गर्म तासीर वाले तेल से मालिश करें। इससे मांसपेशियों में रक्त का प्रवाह बढ़ेगा और जकड़न व दर्द से राहत मिलेगी। बुजुर्गों को इस समस्या का सामना अधिक करना पड़ता है, इसलिए उनकी देखभाल करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
सर्दियों में हल्दी की धूप लेना न भूलें। हल्की धूप शरीर को विटामिन डी प्रदान करती है, साथ ही गर्माहट देती है और रक्त संचार में सुधार करती है। धूप से हड्डियाँ भी मजबूत होती हैं और शरीर को प्राकृतिक ऊर्जा मिलती है। इसके अलावा, हर दिन हल्की एक्सरसाइज और प्राणायाम करें। अदरक और दालचीनी का काढ़ा पीएं। भारी भोजन से परहेज करें और शरीर को गर्म कपड़ों से ढककर रखें। तनाव से बचें और ताजा खाना खाएं।
शरीर को गर्म रखने के लिए तिल, गुड़, लहसुन-प्याज का गर्म सूप, मूंगफली, मेवे और केसर का सेवन करें। ये न केवल पोषण प्रदान करते हैं, बल्कि ब्लड सर्कुलेशन में भी सुधार करते हैं।