क्या पिस्ता अन्य मेवों से बेहतर है?

सारांश
Key Takeaways
- पिस्ता में स्वस्थ वसा होती है।
- यह रक्तचाप को नियंत्रित करता है।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
- डायबिटीज में सहायक।
- त्वचा के लिए लाभकारी।
नई दिल्ली, 22 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। पिस्ता एक ऐसा ड्राई फ्रूट है, जो सदियों से विश्वभर में एक महत्वपूर्ण खाद्य पदार्थ के रूप में मान्यता प्राप्त है, विशेषकर मध्य पूर्व और भूमध्यसागरीय क्षेत्रों में। यहाँ इसे न केवल एक नाश्ते के रूप में, बल्कि अनेक व्यंजनों, मिठाइयों और पेस्ट्री में भी इस्तेमाल किया जाता है। पिस्ता सिर्फ एक स्वादिष्ट नाश्ता नहीं है, बल्कि यह अपने अद्वितीय स्वास्थ्य लाभों के कारण भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
अमेरिका की नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, पिस्ता अन्य मेवों की तुलना में स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक फायदेमंद है। इसमें स्वस्थ वसा (मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसैचुरेटेड फैट्स) होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल) को कम करने और कोलेस्ट्रॉल (एचडीएल) को बढ़ाने में मदद करते हैं। इसके अलावा, यह रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक होता है, जिससे हृदय रोग का खतरा कम होता है।
विटामिन-बी6, ई और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर पिस्ता रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) को मजबूत बनाने में भी सहायक है।
आयुर्वेद में पिस्ता को वात-शामक (वात दोष को शांत करने वाला) माना गया है। यह चिंता, अनिद्रा, भूख न लगना और मोटापे जैसी वात-संबंधी समस्याओं के लिए लाभकारी माना जाता है। इसके अलावा, पिस्ता हृदय के लिए भी अच्छा है, यौन शक्ति और नींद में सुधार करता है, और त्वचा को निखार दिलाने में भी मदद करता है।
पिस्ता में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है और कब्ज से बचाव करता है। यह आंत में लाभकारी बैक्टीरिया के विकास को भी बढ़ावा देता है। साथ ही, इसमें ल्यूटिन और जीएक्सैंथिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो आँखों के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। ये आँखों की बीमारियों से बचाव में मदद करते हैं।
पिस्ता में एंटीऑक्सिडेंट पाया जाता है, जो कोशिकाओं को क्षति से बचाते हैं। यदि आप इसका नियमित सेवन करते हैं, तो यह त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है।
डायबिटीज के मरीज भी पिस्ता का सेवन कर सकते हैं। इससे ब्लड शुगर को कम करने में मदद मिलती है। कई शोधों में यह बात सामने आई है कि पिस्ता डायबिटीज के मरीज का ग्लाइसेमिक लेवल और शरीर में सूजन की समस्या को कम करता है।
इसकी तासीर गर्म होती है, और गर्मियों में इसका सीमित मात्रा में या पानी में भिगोकर सेवन करना चाहिए।