क्या 'पुनर्नवा' औषधीय गुणों से भरपूर है? पौधे का हर हिस्सा बीमारियों से निजात दिलाता है

सारांश
Key Takeaways
- पुनर्नवा एक अद्भुत औषधीय पौधा है।
- यह कई बीमारियों का इलाज करने में सहायक है।
- इसमें इम्यूनो मॉड्यूलेशन जैसे गुण मौजूद हैं।
- दिल और किडनी के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।
- आयुर्वेदिक चिकित्सा में इसका उपयोग किया जाता है।
नई दिल्ली, 23 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत औषधीय पौधों का अद्भुत खजाना है। जब विज्ञान का जन्म भी नहीं हुआ था, तब से रोगों का उपचार आयुर्वेद द्वारा किया जा रहा है। एक ऐसा अद्भुत पौधा है पुनर्नवा, जो अनेक बीमारियों के इलाज में सहायक है। इसके फूल और पत्ते विभिन्न तरीकों से उपयोग किए जाते हैं।
औषधीय पौधों के जड़, फल और तने का उपयोग उपचार के लिए किया जाता है। पुनर्नवा एक औषधीय पौधा है, जिसका वैज्ञानिक नाम बोएरहविया डिफ्यूसा है। यह छोटे आकार का पौधा कई गुणों से भरपूर है। इसे भारत, श्रीलंका और दक्षिण अमेरिका में पाया जाता है।
यह ठंडे क्षेत्रों में अधिक देखने को मिलता है, जहां का तापमान थोड़ा नम और सर्द होता है। पुनर्नवा की पत्तियां और फूल छोटे होते हैं तथा पत्तियां थोड़ी नुकीली होती हैं। विभिन्न स्थानों पर इसे विभिन्न नामों से जाना जाता है, जैसे शशिवाटिका, श्वेतमूला, सांठ, चिराटिका, गुजराती में राती साटोडी और तमिल में मुकत्तै।
जितने नाम हैं, उतनी ही गुणवत्ता भी है। इस पौधे में इम्यूनो मॉड्यूलेशन, एंटी इन्फ्लेमेट्री, एंटी कार्सिनोजेनिक, एंटी डायबिटिक, हेपेटो प्रोटेक्टिव, कैल्शियम, पोटैशियम और मैग्नीशियम जैसे तत्व होते हैं, जो इसे कई रोगों से लड़ने में सक्षम बनाते हैं। मूत्र संक्रमण जैसी समस्याओं में इस पौधे का उपयोग प्राचीन काल से होता आ रहा है। इसके सूजनरोधी गुण संक्रमण को कम करने और हानिकारक बैक्टीरिया को मारने में सहायक होते हैं। इसे आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह पर लेना उचित है।
पुनर्नवा को दिल से जुड़ी बीमारियों के लिए रामबाण उपचार माना गया है। यह दिल की पंपिंग क्षमता को बढ़ाता है और खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है, जिससे धमनियों और दिल पर कम दबाव बनता है एवं वे सुचारू रूप से कार्य करते हैं।
साथ ही, यह पौधा उच्च रक्तचाप को संतुलित करने में भी मदद करता है।
पुनर्नवा की पत्तियों में एंटीप्रोलिफेरेटिव और एंटीएस्ट्रोजेनिक गुण होते हैं, जो कैंसर जैसी बीमारियों से लड़ने में सहायक होते हैं और कैंसर फैलाने वाली कोशिकाओं की गतिविधियों को नियंत्रित करते हैं। इसके अलावा, यह पाचन शक्ति बढ़ाने, आंखों के स्वास्थ्य और किडनी की बीमारियों के लिए भी उपयोगी है।