सुबह उठते ही क्या भूलकर भी नहीं करें ये गलतियां?
सारांश
Key Takeaways
- सुबह उठते ही सही आदतें अपनाना आवश्यक है।
- नाश्ता न छोड़ें, यह ऊर्जा का मुख्य स्रोत है।
- मोबाइल का उपयोग सीमित करें, ध्यान करें।
- वार्म-अप करें, इससे व्यायाम सुरक्षित होता है।
- रात की योजना सुबह को तनाव-मुक्त बनाती है।
नई दिल्ली, 23 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। सुबह की सही शुरुआत हमें पूरे दिन के लिए ऊर्जा और ताजगी प्रदान करती है, इसलिए आयुर्वेद और विज्ञान दोनों का मानना है कि सुबह उठते ही सही आदतें अपनाना बहुत आवश्यक है। कई लोग सुबह उठते ही सीधे चाय या कॉफी पी लेते हैं, नाश्ता छोड़ देते हैं, या मोबाइल में व्यस्त हो जाते हैं। लेकिन, ये आदतें धीरे-धीरे हमारी सेहत को नुकसान पहुंचाती हैं।
कई लोग सुबह उठते ही काम की चिंता में पड़ जाते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, सुबह का समय सूर्योदय काल का होता है, जब मन और मस्तिष्क सबसे शांत रहते हैं। इस समय नकारात्मक सोच या तनाव में डूबना हमारी मानसिक ऊर्जा को कम कर सकता है। विज्ञान द्वारा भी कहा गया है कि लगातार सुबह तनाव लेना हार्मोन को असंतुलित कर सकता है, जिससे नींद और पाचन पर असर पड़ता है। इसलिए, अगले दिन की तैयारी रात में कर लेना सुबह को तनाव-मुक्त बनाता है।
कई लोग सुबह देर से उठते हैं और नाश्ता छोड़कर सीधे ऑफिस या स्कूल चले जाते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, नाश्ता शरीर की अग्नि यानी पाचन शक्ति को जागृत करता है और शरीर को दिन भर के लिए ऊर्जा प्रदान करता है। विज्ञान भी मानता है कि नाश्ता छोड़ने से शरीर का मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, जिससे मोटापा, कमजोरी और ब्लड शुगर की समस्याएं पैदा हो सकती हैं। इसलिए सुबह में हल्का और पोषक नाश्ता, जैसे दलिया, दही, फल और हल्का प्रोटीन लेना बहुत जरूरी है।
सुबह उठते ही मोबाइल या टीवी पर ध्यान लगाना भी गलत है। आयुर्वेद में इस आदत को मन को अशांत करने वाला बताया गया है। विज्ञान कहता है कि सूरज की रोशनी और ताजगी के समय स्क्रीन के सामने बैठना आंखों और मस्तिष्क के लिए हानिकारक है। इसलिए उठते ही थोड़ी देर मेडिटेशन, ध्यान, या किताब पढ़ना दिमाग को शांत करता है और नई चीजें सीखने में मदद करता है।
बिना वार्म-अप के व्यायाम करना भी गलत है। कई लोग सोचते हैं कि सुबह जल्दी उठकर भारी वजन उठाना या तेज दौड़ लगाना अच्छा है। आयुर्वेद में इसे मांसपेशियों और हड्डियों को नुकसान पहुंचाने वाला माना गया है। विज्ञान भी मानता है कि नींद के दौरान मांसपेशियां थोड़ी अकड़ जाती हैं, इसलिए धीरे-धीरे स्ट्रेचिंग, हल्की योग और वार्म-अप करना जरूरी है। इसके बाद ही आप कार्डियो या अन्य व्यायाम शुरू करें, ताकि शरीर को चोट न लगे और ऊर्जा बढ़े।