क्या पीएम नेतन्याहू 2026 के चुनाव में हिस्सा लेंगे? इजरायली प्रधानमंत्री ने जीत का किया दावा

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क्या पीएम नेतन्याहू 2026 के चुनाव में हिस्सा लेंगे? इजरायली प्रधानमंत्री ने जीत का किया दावा

सारांश

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने 2026 के चुनाव में भाग लेने की घोषणा की। उन्होंने जीत की उम्मीद भी जताई। हाल ही में गाजा में युद्धविराम के बाद, नेतन्याहू ने अपनी राजनीतिक योजनाओं को साझा किया। जानें पूरी कहानी में क्या कुछ खास है!

Key Takeaways

  • नेतन्याहू ने 2026 के चुनाव में भाग लेने की घोषणा की।
  • उनकी लिकुड पार्टी ने पिछले चुनाव में 32 सीटें जीती थीं।
  • गाजा में हाल ही में युद्धविराम हुआ है।
  • रैलियों में बंधकों के शवों की वापसी की मांग की जा रही है।
  • नेतन्याहू का राजनीतिक भविष्य अभी भी अनिश्चित है।

नई दिल्ली, 19 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार को यह स्पष्ट किया है कि वह 2026 के संसदीय चुनावों में भाग लेंगे।

गौरतलब है कि गाजा में इजरायल और हमास के बीच दो वर्षों से चल रहे संघर्ष के बाद हाल ही में युद्धविराम हुआ है। इस समय इजरायली प्रधानमंत्री ने चुनाव में भाग लेने की अपनी इच्छा व्यक्त की।

न्यूज एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली मीडिया के साथ एक साक्षात्कार में PM नेतन्याहू ने यह बात कही। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह एक और कार्यकाल के लिए चुनाव लड़ने की योजना बना रहे हैं, तो उन्होंने उत्तर दिया, "हां।"

जब उनसे यह भी पूछा गया कि क्या उन्हें जीत की उम्मीद है, तो नेतन्याहू ने कहा, "हां।"

सिन्हुआ के अनुसार, पिछले साल 2022 में इजरायल में चुनाव हुए थे, जिसमें नेतन्याहू की दक्षिणपंथी लिकुड पार्टी ने 32 सीटें हासिल की थीं। इजरायली संसद (नेसेट) के 120 सदस्यों में से 64 ने उन्हें सरकार बनाने के लिए योग्य माना। नेतन्याहू ने उसी साल दिसंबर में प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी और तब से वे गठबंधन का नेतृत्व कर रहे हैं।

नेतन्याहू अगले हफ्ते 76 साल के हो जाएंगे। उन्होंने 1996 से 1999 तक और फिर 2009 से 2021 तक इजरायल के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया; जून 2021 में, यायर लापिड और नफ्ताली बेनेट द्वारा गठित मध्यमार्गी गठबंधन ने उन्हें पद से हटा दिया था।

इजरायली मीडिया के अनुसार, शनिवार रात देशभर में हजारों लोग रैलियों में जुटे और हमास से मृत बंधकों के शवों की वापसी की मांग की। ज्ञात हो कि हमास के साथ हुए युद्धविराम समझौते के तहत सोमवार को आखिरी जीवित 20 बंधकों को रिहा किया गया था।

रैली का आयोजन तेल अवीव के बंधक चौक पर किया गया, जिसमें हाल ही में रिहा हुए बंधक मतन ज़ंगाउकर की मां, इनाव ज़ंगाउकर ने हजारों की भीड़ से कहा कि 7 अक्टूबर, 2023 के हमले और सामूहिक अपहरण के बाद राष्ट्रीय पुनर्वास तभी पूरा होगा, जब अंतिम शव वापस आ जाएगा और जब इस अभूतपूर्व हमले से जुड़ी विफलताओं के लिए जिम्मेदार लोग, मुख्यतः प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, न्याय का सामना करेंगे।

रैलियों से पहले, बंधक और लापता परिवार मंच ने एक प्रेस बयान में कहा कि "बंधकों को वापस लाने के लिए जिस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे, उसका खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है—हमारा संघर्ष अभी खत्म नहीं हुआ है।"

Point of View

देश में राजनीतिक अस्थिरता और संघर्ष की पृष्ठभूमि में उनकी भूमिका पर नजर रखना आवश्यक है।
NationPress
19/10/2025

Frequently Asked Questions

पीएम नेतन्याहू ने कब चुनाव में भाग लेने की घोषणा की?
उन्होंने 19 अक्टूबर 2023 को चुनाव में भाग लेने की घोषणा की।
नेतन्याहू की पार्टी का नाम क्या है?
उनकी पार्टी का नाम लिकुड पार्टी है।
नेतन्याहू पहले कब प्रधानमंत्री रह चुके हैं?
वे 1996 से 1999 और फिर 2009 से 2021 तक प्रधानमंत्री रह चुके हैं।
गाजा में युद्धविराम कब हुआ?
गाजा में इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम हाल ही में हुआ है।
रैलियों में लोग किस बात की मांग कर रहे थे?
लोग हमास से मृत बंधकों के शवों की वापसी की मांग कर रहे थे।