क्या बांग्लादेश में द डेली स्टार और प्रोथोम अलो के दफ्तर पर हुए हमले में 17 गिरफ्तार हुए?
सारांश
Key Takeaways
- बांग्लादेश में कट्टरपंथी उपद्रवियों ने द डेली स्टार और प्रोथोम अलो पर हमला किया।
- 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
- पुलिस ने 31 उपद्रवियों की पहचान की।
- सोशल मीडिया हिंसा को बढ़ावा देने में सहायक है।
- राजनीतिक हत्या के मामले बढ़ रहे हैं।
नई दिल्ली, 22 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बांग्लादेश में मौजूदा हिंसा के बीच कट्टरपंथी उपद्रवियों ने द डेली स्टार और प्रोथोम अलो के दफ्तर पर हमला किया। यह हमला तब हुआ जब मीडिया हाउस के कर्मचारी कार्यालय के अंदर मौजूद थे। पुलिस ने इस मामले की जांच करते हुए अब तक 17 लोगों को गिरफ्तार किया है और 31 उपद्रवियों की पहचान कर ली है।
द डेली स्टार के अनुसार, ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस (डीपीएम) के एडिशनल कमिश्नर एसएन नजरुल इस्लाम ने सोमवार को मीडिया सेंटर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि घटनाओं के वीडियो की जांच के बाद सभी गिरफ्तारियां की गई हैं।
गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान में शामिल हैं: मोहम्मद नईम, मोहम्मद आकाश, अहमद सागर, मोहम्मद अब्दुल अहद, मोहम्मद नजरुल इस्लाम उर्फ मिन्हाज, मोहम्मद जहांगीर, मोहम्मद सोहेल राणा, मोहम्मद अब्दुल बारेक शेख उर्फ अल अमीन, रशीदुल इस्लाम, सोहेल राणा, शफीकुल इस्लाम, मोहम्मद प्रांतो शिकदर उर्फ फैसल, अहमद प्रांतो, अबुल काशिम राजू हुसैन, मोहम्मद सैदुर रहमान और दो अन्य शामिल हैं।
डीएमपी अधिकारियों ने जानकारी दी कि गिरफ्तार किए गए 17 व्यक्तियों में से 13 को स्थानीय पुलिस स्टेशनों ने, 3 को काउंटर टेररिज्म एंड ट्रांसनेशनल क्राइम (सीटीटीसी) यूनिट ने और 1 को डिटेक्टिव ब्रांच (डीबी) ने हिरासत में लिया है।
नजरुल इस्लाम ने कहा, "पुलिस गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की राजनीतिक पहचान पर ध्यान नहीं दे रही है। वे ऐसे बदमाश हैं जिन्होंने कानून का उल्लंघन किया है। चाहे वे किसी भी पार्टी या विचारधारा से हों, उनके खिलाफ मौजूदा कानूनों के तहत कार्रवाई की जाएगी।"
उन्होंने जोर देकर कहा कि विरोध या गुस्सा कानूनी ढंग से प्रकट किया जा सकता है, लेकिन कार्यालय में घुसकर तोड़फोड़, लूटपाट और आगजनी करना अपराधिक कार्य हैं।
डीएमपी अधिकारी ने सोशल मीडिया की भूमिका पर भी बल दिया और कहा कि तकनीक का गलत इस्तेमाल गलत जानकारी और भड़काने वाली पोस्टों को तेजी से फैलाने का कारण बनता है, जिससे हमलों में वृद्धि होती है।
दूसरी ओर, निर्दलीय नेता उस्मान हादी की मौत के मामले में मुख्य सलाहकार यूनुस ने जल्द गिरफ्तारी का आदेश दिया है।
बांग्लादेश में हालात ऐसे हैं कि लगातार राजनीतिक हत्या के मामले सामने आ रहे हैं।