क्या सीजीटीएन सर्वे में वैश्विक उत्तरदाताओं ने अमेरिका को टैरिफ युद्ध में अधिक नुकसान मान लिया?

सारांश
Key Takeaways
- 67.7% उत्तरदाता मानते हैं कि टैरिफ युद्ध अमेरिका को अधिक नुकसान पहुंचाएगा।
- 92.5% उत्तरदाता अमेरिका के टैरिफ रवैये को असंगत मानते हैं।
- टैरिफ उपायों से वैश्विक व्यापार में बाधाएँ आ सकती हैं।
बीजिंग, 15 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। हाल ही में अमेरिका ने चीन और वैश्विक व्यापार को निशाना बनाते हुए टैरिफ उपायों की झड़ी लगा दी है, जिससे दुनिया की मुक्त व्यापार प्रणाली को गंभीर नुकसान पहुंच रहा है।
सीजीटीएन द्वारा किए गए एक वैश्विक जनमत सर्वेक्षण ने यह दर्शाया है कि उत्तरदाताओं का भारी बहुमत मानता है कि टैरिफ युद्ध से अमेरिका को अधिक नुकसान होगा। सभी देशों से ऐसी कार्रवाइयों के खिलाफ एकजुट होकर कड़े कदम उठाने का आह्वान किया गया है।
सितंबर में मैड्रिड में हुई चीन- अमेरिका आर्थिक और व्यापार वार्ता के बाद, अमेरिका ने फिर से चीन पर टैरिफ लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और अनेक नए प्रतिबंधात्मक उपाय लागू करना जारी रखा है। इनमें चीनी वस्तुओं पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने और चीन से संबंधित जहाजों पर अतिरिक्त बंदरगाह सेवा शुल्क लगाने की धमकियां शामिल हैं।
सर्वेक्षण से यह भी पता चलता है कि 67.7 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना है कि टैरिफ युद्ध से अमेरिका को ज्यादा नुकसान होगा, जबकि 8.9 प्रतिशत चीन को ज्यादा नुकसान की आशंका जताते हैं, और 23.4 प्रतिशत दोनों पक्षों के नुकसान की आशंका करते हैं।
इसके अलावा, 92.5 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना है कि टैरिफ के प्रति अमेरिका का रवैया इस मुद्दे को सुलझाने में ईमानदारी की कमी दर्शाता है, क्योंकि वे इसके विरोधाभासी कार्यों का हवाला देते हैं।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)