क्या तेजस्वी यादव के पास है 8.1 करोड़ रुपए की संपत्ति?

सारांश
Key Takeaways
- तेजस्वी यादव ने 8.1 करोड़ रुपए की संपत्ति का खुलासा किया।
- उनके पास महंगी वस्तुएं हैं, जैसे इतालवी पिस्तौल।
- उनकी पत्नी ने भी अपनी संपत्ति का विवरण दिया।
- राजद ने विशाल शक्ति प्रदर्शन किया।
- बिहार में बदलाव की उम्मीदें बढ़ी हैं।
पटना, 15 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बुधवार को आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के लिए वैशाली जिले के राघोपुर विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र जमा किया। इस दौरान उन्होंने अपनी कुल संपत्ति के बारे में भी जानकारी साझा की।
अपने नामांकन के साथ तेजस्वी ने एक हलफनामा भी प्रस्तुत किया, जिसमें उन्होंने अपनी कुल संपत्ति लगभग 8.1 करोड़ रुपए घोषित की। हलफनामे में कई महंगी वस्तुओं का उल्लेख किया गया है, जिनमें एक इतालवी निर्मित पिस्तौल और 1.05 लाख रुपए मूल्य के 50 जिंदा कारतूस, साथ ही एक डेस्कटॉप और लैपटॉप शामिल हैं।
राजद नेता की संपत्ति में चल और अचल संपत्ति दोनों शामिल है। उनकी कुल संपत्ति में 6.12 करोड़ रुपए की चल संपत्ति और 1.88 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति है।
तेजस्वी की पत्नी राजश्री यादव ने 1.88 करोड़ रुपए की संपत्ति घोषित की है, जिसमें 59.69 लाख रुपए की अचल संपत्ति शामिल है। हलफनामे में यह भी बताया गया है कि तेजस्वी के पास 1.5 लाख रुपए नकद है, जबकि राजश्री के पास 1 लाख रुपए हैं।
उनके पास कई बैंक खाते हैं और उन पर 55.55 लाख रुपए की देनदारियां हैं। तेजस्वी यादव ने 200 ग्राम सोना और 2 किलोग्राम चांदी की भी जानकारी दी, जबकि राजश्री के पास 480 ग्राम सोना है।
राजद नेता पर कुल 1.35 करोड़ रुपए का सरकारी बकाया है, जबकि उनकी पत्नी पर कोई बकाया या देनदारी नहीं है। नामांकन दाखिल करते समय राजद ने एक विशाल शक्ति प्रदर्शन किया, जिसमें हजारों समर्थकों ने रोड शो में हिस्सा लिया।
नामांकन प्रक्रिया के दौरान लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती और संजय यादव सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता तेजस्वी के साथ थे। पर्चा दाखिल करने से पहले मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए तेजस्वी ने कहा, "राघोपुर की जनता ने मुझ पर दो बार भरोसा किया है। यह मेरा तीसरा नामांकन है, और मुझे विश्वास है कि वे मुझे फिर से आशीर्वाद देंगे। बिहार की जनता अपराध, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी से तंग आ चुकी है। इस बार बदलाव निश्चित है। बिहार को महागठबंधन की सरकार मिलेगी।"