क्या चौथा चीन-प्रशांत महासागर द्वीप देश कानूनी प्रवर्तन क्षमता और पुलिस सहयोग मंत्री स्तरीय वार्तालाप सफल रहा?

सारांश
Key Takeaways
- पारस्परिक विश्वास को बढ़ावा देना
- वैश्विक सुरक्षा पहल पर ध्यान केंद्रित करना
- द्वीप देशों की पुलिस व्यवस्था को मजबूत करना
- कानूनी प्रवर्तन क्षमता में सुधार
- अंतरराष्ट्रीय सहयोग का महत्व
बीजिंग, 19 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। चौथा चीन-प्रशांत महासागर द्वीप देश कानूनी प्रवर्तन क्षमता और पुलिस सहयोग मंत्री स्तरीय वार्तालाप 18 सितंबर को पूर्वी चीन के ल्येन युनकांग शहर में आयोजित किया गया। चीनी स्टेट काउंसलर और सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री वांग श्याओहोंग और टानगा के पुलिस मंत्री पाओला पियुकाला ने इस कार्यक्रम की सह-अध्यक्षता की।
वांग श्याओहोंग ने मुख्य भाषण में कहा कि चीन और प्रशांत महासागर के द्वीप देशों ने पारस्परिक विश्वास को मजबूत करते हुए सहयोग में वृद्धि की है और कई व्यावहारिक उपलब्धियां प्राप्त की हैं। चीन विभिन्न पक्षों के साथ वैश्विक सुरक्षा पहल और प्रशासनिक पहलों को लागू करने के लिए तत्पर है, ताकि द्वीप देशों की पुलिस व्यवस्था, सुरक्षा और सामाजिक स्थिरता को बढ़ाया जा सके।
टानगा, फिजी, सोलोमन द्वीप, किरिबाटी, वानुआतु, सामोआ, नाओरू और पापुआ न्यू गिनी के प्रतिनिधियों ने इस वार्तालाप में भाग लिया।
इस दिन, वांग श्याओहोंग ने अलग-अलग वैश्विक सार्वजनिक सुरक्षा सहयोग मंच में भाग लेने के लिए आए कतर, क्रोएशिया, मंगोलिया, ताजिकिस्तान, कजाकिस्तान और रूस के गृह मंत्रियों से भी मुलाकात की। विभिन्न पक्षों ने वैश्विक सुरक्षा पहल और प्रशासनिक पहलों का उच्च मूल्यांकन किया।
(साभार---चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)