क्या चीन ने यूएन सुरक्षा परिषद में इजरायल के सीरिया पर हमले की निंदा की?

सारांश
Key Takeaways
- चीन ने इजरायल के हमलों की निंदा की।
- अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन।
- सीरिया की प्रभुसत्ता का सम्मान आवश्यक है।
- मध्य पूर्व में स्थायी सुरक्षा की आवश्यकता।
- चीन की रचनात्मक भूमिका के लिए तत्परता।
बीजिंग, 18 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। संयुक्त राष्ट्र में चीन के उप प्रतिनिधि कंग श्वांग ने 17 जुलाई को सीरिया मुद्दे पर यूएन सुरक्षा परिषद की खुली आपात बैठक में भाषण देते हुए सीरिया पर इजरायली हमले की निंदा की।
कंग श्वांग ने कहा कि हाल के दिनों में इजरायल ने सीरिया के कई क्षेत्रों पर हवाई हमले किए हैं। इजरायल की यह कार्रवाइयां अंतरराष्ट्रीय कानूनों का गंभीर उल्लंघन हैं, जो सीरिया की प्रभुसत्ता, सुरक्षा और प्रादेशिक अखंडता का अतिक्रमण करती हैं और सीरिया की शांति, स्थिरता तथा राजनीतिक संक्रमण में नए जटिल तत्व जोड़ती हैं। चीन इसका स्पष्ट निंदा करता है। चीन ने इजरायल से सीरिया पर सैन्य हमले तत्काल बंद करने और यथाशीघ्र सीरिया की भूमि से हटने की अपील की है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय का मानना है कि गोलन क्षेत्र सीरिया की भूमि है। सीरिया की प्रभुसत्ता, एकीकरण और अखंडता का सम्मान किया जाना चाहिए और संबंधित यूएन सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों को लागू किया जाना चाहिए।
कंग श्वांग ने कहा कि वर्तमान में मध्य पूर्व में ज्वलंत मुद्दे एक के बाद एक पैदा हो रहे हैं, नए और पुराने प्रतिद्वंद्वियों के बीच मुठभेड़ बनी हुई है। यह स्थिति मध्य पूर्व के विभिन्न देशों के हितों के विपरीत है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के समान हितों के लिए भी अवांछनीय है। सुरक्षा परिषद को मध्य पूर्व में चिरस्थाई सुरक्षा के लिए सक्रिय प्रयास करने चाहिए। चीन इस दिशा में अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ रचनात्मक भूमिका निभाने के लिए तैयार है।
(साभार-चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)