क्या चीन और अमेरिका ने सैन्य समुद्री परामर्शी समझौते की कार्यकारी समिति की बैठक की?
सारांश
Key Takeaways
- सुरक्षा संवाद को बढ़ावा दिया गया।
- चीन और अमेरिका के बीच मतभेदों को कम करने की कोशिश की गई।
- समुद्री मुठभेड़ की सुरक्षा आचरण संहिता का आकलन किया गया।
- 2026 की बैठक के एजेंडे पर विचार किया गया।
- क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने की प्रतिबद्धता।
बीजिंग, 22 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। चीनी और अमेरिकी सेनाओं ने 18 से 20 नवंबर तक अमेरिका के हवाई में 2025 के सैन्य समुद्री परामर्शी समझौते (एमएमसीए) की दूसरी कार्यकारी समिति बैठक और वार्षिक बैठक का आयोजन किया।
दोनों पक्षों ने दोनों देशों के राष्ट्रपतियों की महत्वपूर्ण सहमति के मार्गदर्शन में, समानता और सम्मान के आधार पर, खुला और रचनात्मक आदान-प्रदान किया। मुख्य रूप से, वर्तमान चीन-अमेरिका समुद्री और हवाई सुरक्षा स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान किया गया।
साथ ही, दोनों सेनाओं के समुद्री और हवाई मुठभेड़ के विशिष्ट मामलों पर चर्चा की गई। इसके अतिरिक्त, 'चीन-अमेरिका समुद्री और हवाई मुठभेड़ सुरक्षा आचरण संहिता' के वार्षिक कार्यान्वयन स्थिति का आकलन किया गया। दोनों पक्षों ने चीन-अमेरिका समुद्री सैन्य सुरक्षा मुद्दों में सुधार के उपायों पर विचार-विमर्श किया और वर्ष 2026 की कार्यकारी समिति बैठक के एजेंडे पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि चीन-अमेरिका समुद्री सैन्य सुरक्षा परामर्श तंत्र बैठक, चीन और अमेरिका की दोनों सेनाओं के समुद्री और हवाई फ्रंटलाइन इकाइयों को अधिक पेशेवर और सुरक्षित रूप से बातचीत करने, गलतफहमियों और गलत आकलन से बचने तथा जोखिमों और संकटों को प्रबंधित करने में मदद करती है। इसके साथ ही, चीन ने दोहराया कि वह किसी भी ऐसे व्यवहार का सख्त विरोध करता है जो नेविगेशन और उड़ान की स्वतंत्रता के नाम पर चीन की संप्रभुता और सुरक्षा के लिए हानिकारक हो। चीन किसी भी अतिक्रमणकारी उकसावे और नजदीकी टोही गश्ती/उत्पीड़न का सख्त विरोध करेगा। चीन कानून और नियमों के अनुसार देश की प्रादेशिक संप्रभुता और समुद्री अधिकारों की रक्षा करना जारी रखेगा और क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि बनाए रखेगा।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)