क्या चीन के विदेश मंत्री वांग यी भारत दौरे पर एस जयशंकर और एनएसए डोभाल से महत्वपूर्ण चर्चा करेंगे?

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क्या चीन के विदेश मंत्री वांग यी भारत दौरे पर एस जयशंकर और एनएसए डोभाल से महत्वपूर्ण चर्चा करेंगे?

सारांश

चीनी विदेश मंत्री वांग यी की भारत यात्रा महत्वपूर्ण द्विपक्षीय चर्चाओं के लिए है। इस दौरान वह विदेश मंत्री एस जयशंकर और एनएसए डोभाल से मिलेंगे। यह यात्रा दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच हो रही है, जिसमें व्यापार और सीमा मुद्दों पर चर्चा शामिल है।

Key Takeaways

  • वांग यी का भारत दौरा महत्वपूर्ण द्विपक्षीय चर्चाओं के लिए है।
  • भारत और चीन के बीच सीमा मुद्दों पर चर्चा होगी।
  • बैठक में व्यापार और उड़ान सेवाओं की बहाली पर विचार होगा।
  • प्रधानमंत्री मोदी की चीन यात्रा से पहले यह बैठक हो रही है।

नई दिल्ली, १८ अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। चीनी विदेश मंत्री वांग यी सोमवार को अपनी दो दिवसीय भारत यात्रा आरंभ करेंगे। इस यात्रा में, वह विदेश मंत्री (ईएएम) एस. जयशंकर के साथ महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बैठक करेंगे।

भारतीय वस्तुओं पर टैरिफ को दोगुना करने के बाद भारत-अमेरिका संबंधों में बढ़ते तनाव के बीच वांग यी की यात्रा का महत्व बढ़ गया है, जिसमें रूसी तेल की खरीद पर २५ प्रतिशत का अतिरिक्त जुर्माना भी शामिल है।

यह यात्रा इस महीने के अंत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीन यात्रा से पूर्व हो रही है। भारत और चीन अपनी विवादित सीमा पर स्थायी शांति और सौहार्द के उपायों पर चर्चा कर सकते हैं, जो दोनों देशों के बीच विश्वास को और मजबूत करेगा।

यह यात्रा गालवान घाटी में घातक झड़पों के बाद दोनों देशों के बीच संबंधों को पुनः स्थापित करने के प्रयासों का हिस्सा मानी जा रही है।

वांग यी मुख्य रूप से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ सीमा मुद्दे पर विशेष प्रतिनिधियों (एसआर) की नई दौर की वार्ता के लिए भारत आएंगे।

वांग और डोभाल सीमा वार्ता के लिए नामित विशेष प्रतिनिधि हैं।

वांग सोमवार शाम लगभग ४:१५ बजे नई दिल्ली पहुँचेंगे। शाम ६ बजे, वह द्विपक्षीय चर्चा के लिए विदेश मंत्री जयशंकर से मिलेंगे।

मंगलवार सुबह, वांग यी ११ बजे एनएसए डोभाल के साथ विशेष प्रतिनिधियों (एसआर) की वार्ता का नया दौर आयोजित करेंगे।

बैठकों में दोनों पक्ष सीमा की स्थिति, व्यापार और उड़ान सेवाओं की बहाली सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार कर सकते हैं।

विदेश मंत्रालय (एमईए) के अनुसार, चीनी मंत्री मंगलवार शाम ५:३० बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके आवास, ७ लोक कल्याण मार्ग पर मुलाकात करेंगे।

यह बैठक इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की चीन यात्रा से कुछ दिन पहले हो रही है।

पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में एलएसी पर वर्तमान में भारत और चीन के लगभग ५०,००० से ६०,००० सैनिक तैनात हैं। हालाँकि दोनों पक्षों ने टकराव वाले स्थानों से सैनिकों को हटा लिया है, लेकिन सीमा पर अग्रिम पंक्ति के बलों की मौजूदगी बनी हुई है।

प्रधानमंत्री मोदी २९ अगस्त के आसपास जापान का दौरा करेंगे और फिर शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के लिए उत्तरी चीनी शहर तियानजिन जाएंगे।

एनएसए डोभाल ने पिछले साल दिसंबर में चीन की यात्रा की थी और वांग यी के साथ विशेष प्रतिनिधि वार्ता की थी। इससे कुछ सप्ताह पहले ही प्रधानमंत्री मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने रूसी शहर कजान में एक बैठक में दोनों पक्षों के बीच संवाद को पुनर्जीवित करने का निर्णय लिया था।

Point of View

यह यात्रा भारत और चीन के बीच संवाद को पुनर्जीवित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग और समझ को बढ़ावा देने की आवश्यकता है, ताकि क्षेत्रीय स्थिरता को सुनिश्चित किया जा सके।
NationPress
18/08/2025

Frequently Asked Questions

वांग यी की यात्रा का मुख्य उद्देश्य क्या है?
वांग यी की यात्रा का मुख्य उद्देश्य भारत-चीन के बीच द्विपक्षीय चर्चाएँ करना और सीमा मुद्दों पर चर्चा करना है।
क्या यह यात्रा तनाव को कम करने में मदद करेगी?
हां, इस यात्रा के माध्यम से दोनों देशों के बीच संवाद को स्थापित करने की संभावना है, जो तनाव को कम करने में मदद कर सकता है।