क्या हान चेंग ने जर्मनी के विदेश मंत्री वाडेफुल से मुलाकात की?
सारांश
Key Takeaways
- हान चेंग और जोहान वाडेफुल के बीच महत्वपूर्ण मुलाकात हुई।
- दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय आदान-प्रदान जारी है।
- चीन और जर्मनी के बीच आर्थिक सहयोग पारस्परिक रूप से लाभकारी है।
- थाईवान मुद्दा चीन के मूल हितों में है।
- जर्मनी एक चीन सिद्धांत का पालन करता है।
बीजिंग, 8 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। चीनी उप-राष्ट्रपति हान चेंग ने सोमवार को देश की राजधानी पेइचिंग में जर्मनी के विदेश मंत्री जोहान वाडेफुल से मुलाकात की।
इस अवसर पर हान चेंग ने कहा कि जर्मनी में नई सरकार के गठन के बाद से, चीन और जर्मनी के बीच उच्च स्तरीय आदान-प्रदान लगातार जारी है। इस वर्ष के मई में, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज के साथ फोन पर वार्ता की, जिसमें चीन-जर्मनी संबंधों को और गहरा करने के लिए रणनीतिक मार्गदर्शन प्रदान किया गया।
हान चेंग ने आगे कहा कि चीन और जर्मनी एक-दूसरे के महत्वपूर्ण आर्थिक और व्यापारिक साझेदार हैं, और दोनों पक्षों के बीच सहयोग पारस्परिक रूप से लाभकारी है। चीन जर्मनी के साथ मिलकर दोनों देशों के नेताओं की महत्वपूर्ण सहमति को लागू करने, संचार और संवाद को मजबूत करने और चीन-जर्मनी व्यापक रणनीतिक साझेदारी को नए स्तर पर ले जाने के लिए तैयार है।
हान चेंग ने यह भी कहा कि थाईवान मुद्दा चीन के मूल हितों में सबसे महत्वपूर्ण है, और चीन आशा करता है कि जर्मनी एक चीन सिद्धांत का पालन करेगा। जर्मनी यूरोपीय संघ का केंद्रीय देश है, और चीन जर्मनी से यूरोपीय संघ के साथ स्वस्थ विकास को बढ़ावा देने में सक्रिय भूमिका निभाने की अपेक्षा करता है।
उधर, वाडेफुल ने कहा कि जर्मन सरकार चीन के साथ संबंधों को विकसित करने को अत्यधिक महत्व देती है और एक चीन सिद्धांत का दृढ़ता से पालन करती है। जर्मनी चीन के साथ उच्च स्तरीय आदान-प्रदान को नियमित रखने और व्यापक सहयोग को और गहरा करने की आशा करता है। जर्मनी चीन का एक विश्वसनीय साझेदार बनने को तैयार है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)