क्या यूनुस के सत्ता में आने के बाद बांग्लादेश में भीड़ के हमलों में 293 लोग मारे गए?

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क्या यूनुस के सत्ता में आने के बाद बांग्लादेश में भीड़ के हमलों में 293 लोग मारे गए?

सारांश

बांग्लादेश में यूनुस की अंतरिम सरकार ने सत्ता संभालने के बाद से देश में हिंसा और अराजकता में वृद्धि देखी गई है। हालिया रिपोर्ट के अनुसार, 293 लोगों की मौत के साथ-साथ अल्पसंख्यक समुदायों पर हो रहे अत्याचारों की भी चर्चा है।

Key Takeaways

  • यूनुस की सरकार में बांग्लादेश में हिंसा में वृद्धि हुई है।
  • हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय पर हमले बढ़े हैं।
  • मानवाधिकार संगठनों ने चिंता जताई है।

ढाका, 31 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। यूनुस की अंतरिम सरकार के सत्ता में आने के बाद से बांग्लादेश में हिंसा, अराजकता और लक्षित हत्याओं की घटनाओं में तेजी आई है। हाल ही में हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय के युवकों की हत्या के तीन मामले सामने आए हैं। इन घटनाओं के मद्देनज़र, बांग्लादेश के एक प्रमुख मानवाधिकार संगठन ने देश भर में हो रहे अधिकारों के उल्लंघन को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है।

संगठन ने भीड़ की हिंसा, न्यायेतर हत्याएं, कस्टडी में मौत, अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा, राजनीतिक हिंसा में हत्या और प्रेस की आजादी पर रोक लगाने के मुद्दे को उठाया। संगठन के अनुसार, कई घटनाओं में कानून लागू करने वाली एजेंसियों ने उचित कार्रवाई नहीं की। इसके अलावा, अपराधियों को सजा दिलाने की कोशिशों का अभाव भी देखा गया है।

एक रिपोर्ट में बताया गया है कि 2025 में देशभर की विभिन्न जेलों में कुल 107 लोगों की मौत हुई, जिनमें 69 कैदी और 38 कैदी शामिल हैं। ढाका सेंट्रल जेल में सबसे ज्यादा 38 मौतें हुईं, जबकि गाजीपुर में सात मौतें हुईं।

इसके अतिरिक्त, एएसके की सूचना सुरक्षा इकाई के मॉनिटरिंग अनुसार, 2025 में कम से कम 38 लोग न्यायेतर हत्याओं में मारे गए। कानून लागू करने वाली एजेंसियों की कस्टडी में यह मौतें टॉर्चर, कथित 'शूटआउट' या 'गनफाइट' के नाम पर हुईं। इस प्रकार की घटनाएं वर्तमान में मानवाधिकार संकट को दर्शाती हैं।

एएसके ने बताया कि जनवरी से दिसंबर 2025 के बीच बांग्लादेश में राजनीतिक हिंसा की कम से कम 401 घटनाएं हुईं, जिनमें 102 लोगों की जान गई और 4,744 लोग घायल हुए।

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इस दौरान कम से कम 381 पत्रकारों को टॉर्चर और परेशानियों का सामना करना पड़ा। 23 पत्रकारों को कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने निशाना बनाया और 20 को जान से मारने की धमकी मिली।

बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों, विशेषकर हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों का जिक्र करते हुए एएसके ने जनवरी से दिसंबर 2025 के बीच हुई कई हिंसक घटनाओं का उल्लेख किया। इनमें हमले, धमकी, लूटपाट, आगजनी और मूर्तियों को तोड़ने की घटनाएं शामिल हैं।

रिपोर्ट में बताया गया है कि अकेले इस वर्ष हिंदुओं को निशाना बनाकर 42 हमले हुए, जिसके परिणामस्वरूप 33 घरों को नुकसान पहुंचा, 36 घरों में आग लगाई गई, चार मंदिरों पर हमले हुए, 64 मूर्तियों को तोड़ा गया और नौ भूमि हड़पने की घटनाएं हुईं।

बांग्लादेश में यूनुस की अंतरिम सरकार के तहत मानवाधिकार उल्लंघनों और अल्पसंख्यकों, खासकर हिंदू समुदाय पर लगातार हमलों का सामना करना पड़ रहा है।

Point of View

यह बेहद आवश्यक है कि हम बांग्लादेश में मानवाधिकारों के मुद्दे को गंभीरता से लें। सरकार को चाहिए कि वह सभी नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करे और समाज में आपसी सौहार्द बनाए रखने की कोशिश करे।
NationPress
31/12/2025

Frequently Asked Questions

यूनुस की सरकार में बांग्लादेश में हिंसा का स्तर कैसे बढ़ा है?
यूनुस की सरकार के आने के बाद से, बांग्लादेश में हिंसा, अराजकता और लक्षित हत्याओं की घटनाओं में वृद्धि हुई है।
क्या अल्पसंख्यक समुदायों पर हमले बढ़े हैं?
हां, रिपोर्ट के अनुसार, विशेष रूप से हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय पर हमले बढ़े हैं।
मानवाधिकार संगठनों ने इस पर क्या कहा है?
मानवाधिकार संगठनों ने बड़े पैमाने पर हो रहे अधिकारों के उल्लंघन की चिंता जताई है।
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