क्या इजराइल की सुरक्षा कैबिनेट ने गाजा शहर पर नियंत्रण करने की योजना को मंजूरी दी?

सारांश
Key Takeaways
- इजरायल की सुरक्षा कैबिनेट ने गाजा पर नियंत्रण की योजना को मंजूरी दी।
- प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने सुरक्षा सुनिश्चित करने की बात की।
- गाजा में 9,752 फिलिस्तीनी मारे गए हैं।
- गाजा में खाद्य सहायता के पैकेट गिराए गए हैं।
- संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि इजरायल को भू-क्षेत्र सीमा खोलनी चाहिए।
यरूशलम, 8 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। इजरायल की सुरक्षा कैबिनेट ने गाजा शहर पर नियंत्रण की एक योजना को मंजूरी प्रदान की है। यह जानकारी शुक्रवार को प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय द्वारा जारी की गई।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, नेतन्याहू ने गुरुवार को सुरक्षा कैबिनेट की बैठक से पहले एक साक्षात्कार में कहा था कि इजरायल पूरे गाजा पर नियंत्रण चाहता है। उन्होंने बताया कि हम अपनी सुरक्षा को सुनिश्चित करने और हमास को वहां से हटाने के लिए गाजा पर नियंत्रण की आवश्यकता देखते हैं।
नेतन्याहू ने कहा, "हम गाजा को अपने पास नहीं रखना चाहते। हम इसे उन अरब ताकतों को सौंपना चाहते हैं जो इसे सुचारू रूप से चलाएं, हमें धमकी न दें, और गाजा के लोगों को एक बेहतर जीवन प्रदान करें। इससे हम सुरक्षित रहेंगे।"
इसके जवाब में हमास ने कहा कि "वे नेतन्याहू के बयानों को वार्ता के दिशा को स्पष्ट रूप से बदलने वाला और अंतिम दौर से उनके हटने के असली इरादों का खुलासा करने वाला मानते हैं।"
इजरायल के हमलों के परिणामस्वरूप गाजा में जान-माल की भारी क्षति हुई है। गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि 18 मार्च को इजरायल द्वारा शुरू किए गए हमलों के बाद से कम से कम 9,752 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 40,004 घायल हुए हैं। अक्टूबर 2023 से अब तक कुल 61,258 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कुल घायलों की संख्या 152,045 है।
सप्ताह की शुरुआत में इजरायल की सेना ने कहा था कि पांच देशों ने बुधवार को गाजा पर 107 सहायता पैकेज गिराए।
संयुक्त अरब अमीरात, जॉर्डन, जर्मनी, बेल्जियम और फ्रांस ने हवाई मार्ग से खाद्य सामग्री के पैकेट गिराए। गाजा में भूखे बच्चों की तस्वीरों के वायरल होने के बाद इजरायल पर वैश्विक दबाव बढ़ा था।
संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों का कहना है कि इजरायल को गाजा की भू-क्षेत्र सीमा खोलने की आवश्यकता है ताकि हवाई मार्ग से गिराए गए खाद्य पैकेट का प्रभावी परिणाम मिल सके।
पिछले 22 महीने से चल रहे युद्ध के कारण गाजा में अकाल की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
27 जुलाई को इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने घोषणा की कि सेना गाजा पट्टी के घनी जनसंख्या वाले क्षेत्रों में सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक सैन्य गतिविधियों पर रोक लगाएगी।
द टाइम्स ऑफ इजराइल की एक रिपोर्ट के अनुसार, "सेना ने कहा कि यह रोक उन क्षेत्रों में अगली सूचना तक रोजाना लागू रहेगी जहां आईडीएफ वर्तमान में जमीनी सैनिकों के साथ अभियान नहीं चला रहा है।"
सेना के अनुसार, यह निर्णय राजनीतिक क्षेत्र के निर्देशों के अनुसार और सीओजीएटी के नेतृत्व में आईडीएफ के प्रयासों के तहत, गाजा पट्टी में मानवीय सहायता के दायरे को बढ़ाने के लिए लिया गया था।