क्या ट्रंप की किम से मुलाकात का प्रस्ताव उत्तर कोरिया ने क्रूज मिसाइल लॉन्च करके ठुकरा दिया?
सारांश
Key Takeaways
- उत्तर कोरिया ने ट्रंप के प्रस्ताव का ठुकराया।
- क्रूज मिसाइल परीक्षण संकेत देता है कि उत्तर कोरिया बातचीत से दूर है।
- ट्रंप ने किम से मुलाकात के कई प्रस्ताव दिए।
- किम की शर्तें वाशिंगटन के लिए चुनौती बन सकती हैं।
- विशेषज्ञों के अनुसार, कोई बड़ा समझौता वाशिंगटन की पेशकश के बिना संभव नहीं है।
सोल, 29 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने किम जोंग-उन से मिलने का प्रस्ताव रखा है। वहीं, उत्तर कोरिया ने मंगलवार को क्रूज मिसाइल का परीक्षण किया। विशेषज्ञों का मानना है कि यह परीक्षण उत्तर कोरिया का ट्रंप के प्रस्ताव का जवाब है।
विश्लेषकों के अनुसार, उत्तर कोरिया का यह परीक्षण ट्रंप के प्रस्ताव को ठुकराने का संकेत माना जा सकता है।
उत्तर कोरिया की सरकारी कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने यह जानकारी दी है कि उसने मंगलवार को पीले सागर में समुद्र से सतह पर मार करने वाली सामरिक क्रूज मिसाइलों का परीक्षण किया। इस मिसाइल में जहाज-आधारित लॉन्च के लिए सुधार किया गया है।
उत्तर कोरिया ने यह परीक्षण ट्रंप के ग्योंगजू में एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपीए) कार्यक्रम में भाग लेने से कुछ घंटे पहले किया।
अपने एशिया दौरे के दौरान, ट्रंप ने बार-बार किम से मिलने का प्रस्ताव दिया। यदि यह मुलाकात होती है, तो यह पिछले छह वर्षों में उनकी पहली मुलाकात होगी।
ट्रंप ने उत्तर कोरिया को एक “परमाणु शक्ति” कहा है, जिसके चलते देश के साथ प्रतिबंधों में ढील पर बातचीत की संभावना के अटकलें लगाई जा रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह किम से मिलने के लिए अपने एशियाई दौरे को बढ़ा सकते हैं।
बुधवार की सुबह तक किम से मुलाकात के प्रस्ताव पर उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी। ट्रंप बुधवार से गुरुवार तक दक्षिण कोरिया में रहेंगे।
क्यूंगनाम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर लिम यूल-चुल ने मंगलवार के मिसाइल प्रक्षेपण को ट्रंप के द्वारा किम को दिए गए “दृढ़ बैठक प्रस्तावों” को अस्वीकार करने के प्रमाण के रूप में देखा। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि अमेरिका-उत्तर कोरिया बैठक की संभावना कम हो गई है।”
पिछले महीने एक संसदीय बैठक में, किम ने कहा था कि यदि वाशिंगटन परमाणु निरस्त्रीकरण की मांग छोड़ देता है, तो उत्तर कोरिया अमेरिका के साथ बातचीत के लिए तैयार है। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर कोरिया किसी भी तरह की लेनदेन वाली बातचीत में शामिल नहीं होगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि उत्तर कोरिया बातचीत शुरू करने से पहले, दक्षिण कोरिया के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास स्थगित करने जैसे किसी बड़े समझौते की वाशिंगटन की पेशकश का इंतजार कर रहा होगा।
प्रोफेसर लिम यूल-चुल ने कहा कि ट्रंप के कोरियाई प्रायद्वीप छोड़ने तक, किम से मुलाकात की संभावना बनी रह सकती है, लेकिन इसकी उम्मीद बहुत कम है।