क्या संयुक्त राष्ट्र ने ईरान और आईएईए के बीच समझौते का स्वागत किया?

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क्या संयुक्त राष्ट्र ने ईरान और आईएईए के बीच समझौते का स्वागत किया?

सारांश

संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने ईरान और आईएईए के बीच हुए नए समझौते पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। यह समझौता ईरान के परमाणु कार्यक्रम की शांति सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। जानें इस समझौते के महत्व और आगे के संभावित कदमों के बारे में।

Key Takeaways

  • संयुक्त राष्ट्र ने ईरान और आईएईए के बीच समझौते का स्वागत किया है।
  • यह समझौता ईरान के परमाणु कार्यक्रम के लिए एक सकारात्मक कदम है।
  • ईरान और आईएईए के बीच सहयोग आवश्यक है ताकि परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह से शांतिपूर्ण बना रहे।

काहिरा, 11 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र ईरान और अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के बीच 'ईरान में निरीक्षण फिर से शुरू करने के व्यावहारिक तौर-तरीकों' पर हुए समझौते का स्वागत करता है।

दुजारिक ने एक दैनिक ब्रीफिंग में कहा, "हम इस्लामी गणराज्य ईरान और आईएईए के बीच 'ईरान में निरीक्षण फिर से शुरू करने के व्यावहारिक तौर-तरीकों' पर हुए समझौते का स्वागत करते हैं, जो ईरान के व्यापक सुरक्षा समझौते के तहत पूर्ण सहयोग फिर से शुरू करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।"

उन्होंने आगे कहा, "हम इस समझौते के शीघ्र कार्यान्वयन की आशा करते हैं।"

सिन्हुआ समाचार एजेंसी के अनुसार, प्रवक्ता ने आगे कहा कि ईरान का आईएईए के साथ पूर्ण सहयोग एक दीर्घकालिक ढांचे को प्राप्त करने के लिए आवश्यक है, जो यह सुनिश्चित कर सके कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह से शांतिपूर्ण बना रहे।

ईरान के विदेश मंत्री सैयद अब्बास अराघची ने मिस्र की राजधानी काहिरा में मिस्र के विदेश मंत्री बद्र अब्देलती और आईएईए के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि ईरान और आईएईए ने मंगलवार को सहयोग फिर शुरू करने के समझौते पर हस्ताक्षर किए।

आईएईए के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी ने कहा, "यह सही दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।"

सोशल मीडिया पोस्ट में अराघची के साथ दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करते हुए उनकी तस्वीरें भी थीं।

अराघची ने कहा कि ईरान और आईएईए ईरानी संप्रभुता का सम्मान करते हुए और ईरानी लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए अपने सहयोग को बढ़ाने पर सहमत हुए हैं। ईरान अपनी परमाणु नीति या अधिकारों से फिर कभी समझौता नहीं करेगा।

अब्देलती ने कहा कि ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम पर बातचीत फिर से शुरू करना चाहता है और मिस्र यूरोपीय देशों और ईरान के विचारों को करीब लाने और क्षेत्र में तनाव कम करने के लिए काम कर रहा है।

ईरान ने जून में अपने परमाणु प्रतिष्ठानों पर इजरायली-अमेरिकी हमलों और ईरानी परमाणु वैज्ञानिकों की हत्या के बाद आईएईए के साथ अपना सहयोग निलंबित कर दिया था। हालांकि, परमाणु कार्यक्रम निगरानी संस्था ईरानी अधिकारियों के संपर्क में है।

Point of View

बल्कि वैश्विक स्थिरता के लिए भी महत्वपूर्ण है। एक राष्ट्रीय संपादक के रूप में, हमारा मानना है कि सभी देशों को एक-दूसरे के साथ सहयोग करने की आवश्यकता है ताकि परमाणु सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। यह समझौता एक सकारात्मक दिशा में एक कदम है, जो क्षेत्रीय तनाव को कम कर सकता है।
NationPress
11/09/2025

Frequently Asked Questions

संयुक्त राष्ट्र ने ईरान और आईएईए के बीच समझौते का स्वागत क्यों किया?
क्योंकि यह समझौता ईरान के परमाणु कार्यक्रम की शांति सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस समझौते का ईरान पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
यह समझौता ईरान के परमाणु कार्यक्रम के लिए सहयोग और पारदर्शिता को बढ़ावा देगा।
ईरान और आईएईए के बीच सहयोग का महत्व क्या है?
यह सहयोग वैश्विक सुरक्षा और स्थिरता के लिए आवश्यक है।