क्या दिल्ली क्राइम ब्रांच ने भलस्वा डेयरी हत्याकांड के वांछित आरोपी को गिरफ्तार किया?

सारांश
Key Takeaways
- क्राइम ब्रांच ने वकील मलिक को गिरफ्तार किया।
- यह गिरफ्तारी भलस्वा डेयरी हत्याकांड में एक महत्वपूर्ण मोड़ है।
- अपराधियों को कानून के हाथों में लाना जरूरी है।
- यह घटना समाज में सुरक्षा और न्याय की भावना को बढ़ाती है।
- अधिक जांच जारी है, जो मामले की गहराई को उजागर कर सकती है।
नई दिल्ली, 11 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रसिद्ध भलस्वा डेयरी हत्याकांड में क्राइम ब्रांच को एक महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई है। क्राइम ब्रांच की टीम ने लंबे समय से फरार चल रहे आरोपी वकील मलिक को गिरफ्तार किया है। आरोपी पिछले लगभग एक वर्ष से पुलिस को चकमा देकर गिरफ्तारी से बच रहा था।
यह घटना 15 अक्टूबर 2024 को हुई थी, जब भलस्वा डेयरी क्षेत्र में गोलीबारी की गई थी। इस घटना में 19 वर्षीय नौशाद और 29 वर्षीय आसिफ गोली लगने से घायल हो गए थे। नौशाद की गंभीर स्थिति के कारण उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई थी। इस मामले में थाना भलस्वा डेयरी में एफआईआर संख्या 0839/2024 दर्ज की गई थी। मामले में धारा 103 (2) भारतीय न्याय संहिता (हत्या) और शस्त्र अधिनियम की धाराएं भी जोड़ी गई थीं।
जांच में आरोपियों की पहचान शकील, उसके भाई वकील और उनके साथी प्रिंस के रूप में हुई थी। इनमें से वकील घटना के बाद से फरार था और उसकी गिरफ्तारी के लिए अदालत ने धारा 84 बीएनएसएस के तहत उद्घोषणा कार्यवाही भी प्रारंभ कर दी थी।
क्राइम ब्रांच की एंटी-एक्सटॉर्शन एंड किडनैपिंग सेल (एईकेसी) के एएसआई राजीव कुमार को गुप्त सूचना मिली कि वांछित आरोपी वकील हरियाणा में दिखाई दिया है। इस पर इंस्पेक्टर अमित सोलंकी की निगरानी में एसआई अरविंद कुमार के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई।
9 और 10 सितंबर की रात टीम ने बल्लभगढ़ मेट्रो स्टेशन के पास जाल बिछाया। गुप्त सूचना के आधार पर संदिग्ध को देखा गया और उसे घेरने का प्रयास किया गया। पुलिस को देखकर आरोपी भागने लगा, लेकिन टीम ने तुरंत पीछा कर उसे पकड़ लिया।
गिरफ्तारी के बाद आरोपी ने पहले पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन गहन पूछताछ में उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। उसने बताया कि अक्टूबर 2024 में हुई गोलीबारी और हत्या की घटना में उसकी सीधी भूमिका थी। इसके बाद उसे बीएनएसएस 2023 की धारा 35(1)(सी) के तहत औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार आरोपी वकील मलिक, भलस्वा डेयरी का निवासी है और मृतक नौशाद पर हुए हमले का मुख्य आरोपी है। वह सब्जी बेचने का काम करता है और पालम सब्जी मंडी में ठेला लगाता है। वकील ने 10वीं तक पढ़ाई की है, विवाहित है और तीन बच्चों का पिता है। इससे पहले, उसका भाई शकील इस मामले में गिरफ्तार होकर न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है।
इस मामले में आगे की जांच जारी है।