क्या ईरान-इजरायल सीजफायर पर ट्रंप का दावा सच है?

सारांश
Key Takeaways
- ट्रंप का दावा: ईरान और इजरायल के बीच शांति वार्ता हुई।
- सीजफायर पर सस्पेंस: ईरान ने हमले जारी रखे।
- राजनीतिक स्थिति: भविष्य में तनाव को कम करने की आवश्यकता।
वाशिंगटन, २४ जून (राष्ट्र प्रेस)। ईरान और इजरायल के बीच सीजफायर पर सहमति को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है, वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक नया दावा प्रस्तुत किया है। ट्रंप का कहना है कि इजरायल और ईरान लगभग एक साथ उनके पास आए थे और शांति की बात की।
ट्रंप ने अपनी 'ट्रुथ' पोस्ट में लिखा, "इजरायल और ईरान मेरे पास लगभग एक ही समय पर आए और कहा, 'शांति!' मुझे पता था कि अब समय आ गया है। दुनिया और मध्य पूर्व के लोग असली विजेता हैं। दोनों देशों का भविष्य प्रेम, शांति और समृद्धि से भरा हुआ है। यदि वे धर्म और सत्य के मार्ग से भटकते हैं, तो बहुत कुछ खो देंगे। इजरायल और ईरान का भविष्य असीमित है। ईश्वर आप दोनों को आशीर्वाद दे।"
हालांकि, ईरान और इजरायल के बीच सीजफायर पर सस्पेंस बना हुआ है। ट्रंप ने ईरान-इजरायल के बीच सीजफायर की घोषणा की थी, लेकिन ईरान ने इससे इनकार करते हुए इजरायल पर फिर से हमले शुरू कर दिए हैं। इस दौरान कई बैलिस्टिक मिसाइलें इजरायल पर दागी गई हैं, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई है।
ट्रंप ने सोमवार शाम को ऐलान किया कि इजरायल और ईरान ने युद्धविराम के लिए एक औपचारिक समझौता किया है, जिससे कुछ घंटों में संघर्ष समाप्त होने की उम्मीद है। ट्रंप ने लिखा, "सभी को बधाई! इजरायल और ईरान के बीच इस बात पर सहमति बन गई है कि अब से लगभग ६ घंटे बाद युद्धविराम लागू होगा।"
हालांकि, ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से कहा कि ईरान और इजरायल के बीच किसी युद्धविराम पर कोई समझौता नहीं हुआ है। इजरायल ने भी इस पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की। व्हाइट हाउस और पेंटागन ने भी कोई औपचारिक बयान नहीं दिया, जिससे युद्धविराम की घोषणा पर भ्रम का माहौल बना हुआ है।