क्या इराक में चुनाव 37 यूएन पर्यवेक्षकों की निगरानी में सफल होंगे?

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क्या इराक में चुनाव 37 यूएन पर्यवेक्षकों की निगरानी में सफल होंगे?

सारांश

इराक में 329 संसदीय सीटों के लिए मतदान प्रक्रिया का आज आगाज़ हुआ है। 37 यूएन पर्यवेक्षकों की निगरानी में हो रहे इस चुनाव को 2003 के बाद का सबसे महत्वपूर्ण चुनाव माना जा रहा है। जानें, इस चुनाव में क्या कुछ खास है और इसे लेकर क्या कहा गया है।

Key Takeaways

  • 329 संसदीय सीटों के लिए मतदान प्रक्रिया शुरू हुई।
  • आईएचईसी की निगरानी में चुनाव हो रहे हैं।
  • मतदान में 37 यूएन पर्यवेक्षकों की मौजूदगी है।
  • यह चुनाव 2003 के बाद का सबसे महत्वपूर्ण चुनाव बताया जा रहा है।
  • इराकी प्रधानमंत्री ने इसे 20 वर्षों का भविष्य तय करने वाला चुनाव कहा।

बगदाद, 11 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। इराक में आज, यानी मंगलवार को, 329 संसदीय सीटों के लिए मतदान प्रक्रिया सुबह 7 बजे से शुरू हो गई। इराकी निर्वाचन आयोग (इंडिपेंडेंट हाई इलेक्टोरल कमीशन, जिसे आईएचईसी कहा जाता है) की निगरानी में यह चुनाव हो रहे हैं।

आईएचईसी के अनुसार, देश में 8,703 निर्वाचन केंद्रों पर स्थानीय समयानुसार सुबह 7:00 बजे (0400 जीएमटी) से शाम 6:00 बजे (1500 जीएमटी) तक 2 करोड़ से अधिक पंजीकृत मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, सुरक्षा कारणों से कुछ प्रतिबंधों के बीच मतदान प्रक्रिया जारी है। 2021 में इराक में हुए पिछले संसदीय चुनावों के दौरान राजधानी बगदाद में हिंसक झड़पें हुई थीं और सरकार गठन से पहले करीब एक साल तक राजनीतिक गतिरोध बना रहा।

मंगलवार को हो रहा यह मतदान 2003 में अमेरिका के नेतृत्व वाले हमले के बाद इराक में होने वाला छठा संसदीय चुनाव है।

इस चुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री नूरी अल-मलिकी और वर्तमान प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी के नेतृत्व वाला गठबंधन तथा मोहम्मद अल-हलबौसी के नेतृत्‍व में मुख्य सुन्नी राजनीतिक दल तकद्दुम (प्रोग्रेस) पार्टी के बीच मुख्य मुकाबला हो रहा है।

शुक्रवार को सरकारी टेलीविजन पर अपने संबोधन में इराकी प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी ने इराकियों से वोट में हिस्सा लेने की अपील की और इसे 2003 के बाद का सबसे महत्वपूर्ण चुनाव बताया। उन्होंने कहा कि यह अगले 20 वर्षों के लिए इराक का भविष्य निर्धारित करेगा।

आईएचईसी के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र ने मतदान केंद्रों पर चुनाव प्रक्रिया की निगरानी के लिए 37 पर्यवेक्षकों को तैनात किया है। इसके अलावा, 55 अरब एवं विदेशी मीडिया आउटलेट, जिनमें टेलीविजन नेटवर्क, अखबार और न्यूज एजेंसियां शामिल हैं, इस मतदान को कवर कर रहे हैं। साथ ही, 10 लाख से अधिक स्थानीय पर्यवेक्षक भी मौजूद हैं।

इराक में संयुक्त राष्ट्र महासचिव के विशेष प्रतिनिधि और यूएनएएमआई के प्रमुख डॉ. मोहम्मद अल हसन ने मंगलवार को कहा कि संयुक्त राष्ट्र इराक में चल रहे संसदीय चुनावों से पूरी तरह संतुष्ट है।

इराकी समाचार एजेंसी (आईएनए) की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में हसन ने कहा कि मतदान प्रक्रिया की निगरानी के लिए सभी प्रांतों में संयुक्त राष्ट्र के पर्यवेक्षकों को तैनात किया गया है।

उन्होंने कहा, "आज सभी इराकियों के लिए एक लोकतांत्रिक उत्सव है, जो नागरिकों को एक ऐसी प्रक्रिया में अपने प्रतिनिधियों को स्वतंत्र रूप से चुनने की अनुमति देता है।"

उन्होंने बताया कि "यूएनएएमआई ने दो दशकों से अधिक समय से 13 चुनावी प्रक्रियाओं के सफल आयोजन में योगदान दिया है, और आज हम जो देख रहे हैं वह इसी सहयोग का फल है। इराकी लोग आज और उससे पहले के दिनों में दिखाई गई जागरूकता और जिम्मेदारी के लिए प्रशंसा और सम्मान के पात्र हैं, ये रवैया उनकी राजनीतिक परिपक्वता को दर्शाता है।"

Point of View

यह कहना उचित है कि इराक का यह चुनाव न केवल देश के राजनीतिक भविष्य को प्रभावित करेगा, बल्कि यह लोकतंत्र की मजबूती का संकेत भी है। यूएन पर्यवेक्षकों की उपस्थिति इस बात की पुष्टि करती है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय इराक के विकास में रुचि रखता है।
NationPress
11/11/2025

Frequently Asked Questions

इराक में चुनाव कब शुरू हुए?
इराक में चुनाव प्रक्रिया 11 नवंबर को सुबह 7 बजे शुरू हुई।
कितने यूएन पर्यवेक्षक इराक में चुनाव की निगरानी कर रहे हैं?
इराक में चुनाव की निगरानी के लिए 37 यूएन पर्यवेक्षक तैनात किए गए हैं।
इस चुनाव में मुख्य मुकाबला किसके बीच है?
इस चुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री नूरी अल-मलिकी और वर्तमान प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी के नेतृत्व वाला गठबंधन और मोहम्मद अल-हलबौसी के नेतृत्‍व में मुख्य सुन्नी राजनीतिक दल तकद्दुम पार्टी के बीच मुख्य मुकाबला है।