क्या ली छ्यांग ने रूसी राष्ट्रपति और मंगोलियाई प्रधानमंत्री से मुलाकात की?

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क्या ली छ्यांग ने रूसी राष्ट्रपति और मंगोलियाई प्रधानमंत्री से मुलाकात की?

सारांश

चीनी प्रधानमंत्री ली छ्यांग ने मॉस्को में राष्ट्रपति पुतिन और मंगोलियाई पीएम जंदनशातर से महत्वपूर्ण मुलाकातें की हैं। इस लेख में हम चीन-रूस और चीन-मंगोलिया के बीच की रणनीतिक साझेदारी के बारे में जानेंगे।

Key Takeaways

  • ली छ्यांग ने पुतिन से मुलाकात कर चीन-रूस संबंधों को मजबूत करने का आश्वासन दिया।
  • चीन और मंगोलिया के बीच साझेदारी को और गहरा करने पर चर्चा हुई।
  • दोनों देशों ने आर्थिक सहयोग और संरचनात्मक विकास पर ध्यान केंद्रित किया।
  • शांगहाई सहयोग संगठन के महत्व को रेखांकित किया गया।
  • मंगोलिया ने एक-चीन नीति का समर्थन किया।

बीजिंग, 19 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। चीनी प्रधानमंत्री ली छ्यांग ने मॉस्को के क्रेमलिन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की। ली छ्यांग ने सबसे पहले रूसी राष्ट्रपति पुतिन को चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की ओर से हार्दिक अभिवादन और शुभकामनाएं दीं।

ली छ्यांग ने कहा कि दोनों राष्ट्राध्यक्षों के रणनीतिक मार्गदर्शन में, नए युग में चीन-रूस व्यापक रणनीतिक सहयोग साझेदारी का संचालन उच्च स्तर पर बना हुआ है। इस वर्ष की शुरुआत से, राष्ट्रपति शी चिनफिंग और राष्ट्रपति पुतिन दो बार मिल चुके हैं और चीन-रूस संबंधों के आगे विकास की दिशा तय कर चुके हैं। चीन रूस के साथ मिलकर स्थायी मित्रता की मूल आकांक्षा को बनाए रखने, विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करने और दोनों देशों के विकास व पुनरुद्धार में बेहतर योगदान देने को तैयार है। दोनों पक्षों को शांगहाई सहयोग संगठन (एससीओ) थ्येनचिन शिखर सम्मेलन के परिणामों को लागू करने और एससीओ के उच्च गुणवत्ता वाले विकास को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करना जारी रखना चाहिए।

पुतिन ने ली छ्यांग से राष्ट्रपति शी चिनफिंग को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देने, 20वीं सीपीसी केंद्रीय समिति के चौथे पूर्णाधिवेशन के सफल आयोजन के लिए बधाई देने और चीन के साथ घनिष्ठ उच्च स्तरीय आवाजाही बनाए रखने, आपसी लाभ वाले सहयोग का विस्तार करने, बहुपक्षीय सहयोग को मजबूत करने और आम विकास को बढ़ावा देने की रूस की इच्छा व्यक्त करने का आग्रह किया।

चीनी प्रधानमंत्री ली छ्यांग ने मॉस्को में मंगोलियाई प्रधानमंत्री गोम्बोजाविन जंदनशातर से मुलाकात की।

ली छ्यांग ने कहा कि इस वर्ष सितंबर में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने चीन की राजधानी पेइचिंग में मंगोलियाई राष्ट्रपति उखनागीन खुरेलसुह से मुलाकात की, तथा चीन-मंगोलिया संबंधों को गहरा करने और विकसित करने की दिशा और खाका रेखांकित किया। चीन चीन-मंगोलिया साझे भविष्य वाले समुदाय के निर्माण के मार्गदर्शन में, रणनीतिक संचार को मजबूत करने, एक-दूसरे के मूल हितों और प्रमुख चिंताओं का सम्मान करने और खनिज ऊर्जा, बुनियादी ढांचे और संपर्क में व्यावहारिक सहयोग का विस्तार करने, लोगों के बीच आदान-प्रदान को गहरा करने और दोनों देशों के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी को निरंतर गहरा और मजबूत करने को बढ़ावा देने के लिए मंगोलिया के साथ मिलकर काम करने को तैयार है। चीन क्षेत्रीय मामलों पर मंगोलिया के साथ संचार और समन्वय को भी मजबूत करने को तैयार है।

जंदनशातर ने कहा कि मंगोलिया एक-चीन की नीति का दृढ़ता से पालन करता है और दोनों राष्ट्राध्यक्षों द्वारा प्राप्त महत्वपूर्ण सहमति को लागू करने के लिए चीन के साथ काम करने, कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे जैसे क्षेत्रों में सहयोग का विस्तार करने, शांगहाई सहयोग संगठन जैसे बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग को मजबूत करने और क्षेत्रीय शांति और विकास को बढ़ावा देने में अधिक योगदान देने को तैयार है।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

Point of View

बल्कि यह मंगोलिया के साथ भी एक स्थायी सहयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इन पहलुओं को देखते हुए, यह इन देशों के लिए एक सामरिक और आर्थिक मजबूती का प्रतीक है।
NationPress
19/11/2025

Frequently Asked Questions

ली छ्यांग की पुतिन से मुलाकात का मुख्य उद्देश्य क्या था?
ली छ्यांग की पुतिन से मुलाकात का मुख्य उद्देश्य चीन-रूस के बीच रणनीतिक सहयोग को और मजबूत करना था।
मंगोलिया के साथ चीन के संबंध कैसे हैं?
चीन और मंगोलिया के बीच संबंध गहरे होते जा रहे हैं, जिसमें दोनों देशों के बीच सहयोग, आदान-प्रदान और विकास की दिशा में समझौते शामिल हैं।
क्या इन मुलाकातों का वैश्विक राजनीति पर असर पड़ेगा?
हाँ, इन मुलाकातों का वैश्विक राजनीति पर महत्वपूर्ण असर होगा, खासकर क्षेत्रीय शांति और विकास के संदर्भ में।
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