क्या महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा में 35 फीसदी बढ़ोतरी ने यूएन को चिंता में डाल दिया है?

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क्या महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा में 35 फीसदी बढ़ोतरी ने यूएन को चिंता में डाल दिया है?

सारांश

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस की चिंता महिलाओं के खिलाफ बढ़ती यौन हिंसा के बारे में है। महिला, शांति और सुरक्षा एजेंडे में प्रगति की कमी पर गुटेरेस ने गहरा विचार किया है। यह समस्या न केवल महिलाओं के लिए, बल्कि समाज के लिए भी गंभीर है।

Key Takeaways

  • महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा में 35% की वृद्धि हुई है।
  • संयुक्त राष्ट्र ने इस समस्या को गंभीरता से लिया है।
  • महिला, शांति और सुरक्षा एजेंडे में प्रगति की कमी चिंताजनक है।
  • संकटग्रस्त क्षेत्रों में महिलाओं की स्थिति और भी बदतर हो रही है।
  • महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है।

संयुक्त राष्ट्र, 7 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने महिला, शांति और सुरक्षा एजेंडे में प्रगति की कमी को लेकर महत्वपूर्ण चिंता व्यक्त की है। संयुक्त राष्ट्र ने यह भी उजागर किया है कि महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा में एक चिंताजनक बढ़ोतरी हुई है।

न्यूज एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, सुरक्षा परिषद की महिला, शांति और सुरक्षा पर वार्षिक चर्चा के दौरान उन्होंने कहा, "हम अक्सर इस तरह से इकट्ठा होते हैं, लेकिन जब बात संघर्ष में फंसी महिलाओं और लड़कियों के जीवन में असली बदलाव लाने की होती है, तो हम पीछे रह जाते हैं।"

उन्होंने यह भी कहा, "हम समावेशिता की बात करते हैं, फिर भी अक्सर महिलाएं चर्चाओं में भाग नहीं ले पातीं। हम सुरक्षा की बात करते हैं, लेकिन यौन हिंसा बेखौफ जारी रहती है। हम नेतृत्व की बात करते हैं, लेकिन महिला शांतिदूतों को कम संसाधन मिलते हैं, उन्हें खतरा होता है और उन्हें कम मान्यता मिलती है। इससे न केवल महिलाओं को, बल्कि पूरे समाज को नुकसान होता है।"

संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि महिलाओं, शांति और सुरक्षा के एजेंडे पर सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 1325 को अपनाए जाने के 25 साल बाद भी, स्थिति चिंताजनक बनी हुई है और यह उल्टी दिशा में जा रही है।

गुटेरेस ने कहा कि दुनिया भर में सैन्य खर्च और सशस्त्र संघर्षों में बढ़ोतरी हो रही है, लेकिन महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा के रुझान भी बढ़ रहे हैं।

पिछले साल, 67.6 करोड़ महिलाएं जानलेवा संघर्ष की घटनाओं से 50 किमी के दायरे में रह रही थीं, जो दशकों में सबसे अधिक संख्या है। लड़कियों के खिलाफ यौन हिंसा में 35 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। संकटग्रस्त क्षेत्रों में मातृ मृत्यु दर बढ़ रही है। लड़कियों को स्कूल से निकाला जा रहा है। सार्वजनिक जीवन में महिला राजनेताओं, पत्रकारों और मानवाधिकार रक्षकों को हिंसा और उत्पीड़न का शिकार बनाया जा रहा है।

हालांकि महिला संगठन लाखों महिलाओं के लिए जीवनरेखा बने हुए हैं, लेकिन वे संसाधनों की कमी से जूझ रहे हैं। कुछ महीनों पहले, संयुक्त राष्ट्र महिला ने एक सर्वेक्षण किया था, जिसमें संघर्षरत क्षेत्रों में 90 प्रतिशत स्थानीय महिला-नेतृत्व वाले समूहों ने वित्तीय संकट की जानकारी दी।

गुटेरेस ने कहा कि महिला, शांति और सुरक्षा के एजेंडे को प्रभावी बदलाव लाना होगा। उन्होंने कहा कि अधिक महिलाएं शांति समझौतों, सुरक्षा सुधारों और पुनर्वास योजनाओं को आकार दे रही हैं; अधिक संख्या में पीड़ित सेवाओं और न्याय तक पहुंच रहे हैं।

गुटेरेस ने कहा, "संकल्प 1325 स्पष्ट है: महिलाएं शांति की दूत हैं। दुनिया को इस सच्चाई की याद दिलाने की जरूरत नहीं है, बल्कि इसे प्रतिबिंबित करने वाले और अधिक परिणामों की आवश्यकता है।"

Point of View

यह स्पष्ट है कि महिलाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा केवल एक सामाजिक समस्या नहीं है, बल्कि यह हमारे समाज की स्थिरता और विकास के लिए भी खतरा है। हमें इस दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
NationPress
07/10/2025

Frequently Asked Questions

महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा में वृद्धि के कारण क्या हैं?
महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा में वृद्धि के कई कारण हैं, जिसमें सामाजिक असमानता, संघर्ष क्षेत्रों में हिंसा और महिलाओं की सुरक्षा में कमी शामिल हैं।
संयुक्त राष्ट्र का इस मुद्दे पर क्या रुख है?
संयुक्त राष्ट्र का रुख महिलाओं और लड़कियों के अधिकारों की सुरक्षा और संरक्षण की दिशा में है, और वे इस संबंध में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता को महसूस करते हैं।