क्या नेपाल में जेनरेशन जेड फिर से सड़कों पर आया है? हिंसा के बाद कर्फ्यू लागू
सारांश
Key Takeaways
- जेनरेशन जेड का विरोध प्रदर्शन फिर से सक्रिय हुआ है।
- सीपीएन-यूएमएल के समर्थकों के साथ झड़प हुई।
- कर्फ्यू लागू किया गया है।
- घटनास्थल पर पुलिस की मौजूदगी थी।
- युवाओं ने हमले की निंदा की है।
काठमांडू, 21 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। नेपाल के सिमारा में एक बार फिर से जेनरेशन जेड ने सड़कों पर उतरा है। नेपाली मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, यहां भारी हंगामा हुआ। जेनरेशन जेड के युवा और पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की पार्टी सीपीएन-यूएमएल के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प हुई, जिसके परिणामस्वरूप कर्फ्यू लगाया गया।
सीपीएन-यूएमएल से जुड़े युवा संघ ने बारा परवानीपुर में केंद्रीय नेताओं के लिए एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने का प्रस्ताव रखा था। इस कार्यक्रम में सीपीएन-यूएमएल के नेता शंकर पोखरेल और महेश बसनेत भी शामिल होने वाले थे।
नेपाली मीडिया के अनुसार, जेन जेड के युवा शांतिपूर्ण ढंग से विरोध प्रदर्शन करने के लिए इकट्ठा हुए थे, तभी सीपीएन-यूएमएल के समर्थकों ने उन पर हमला कर दिया। इस घटना के बाद सिमारा में तनाव बढ़ गया।
जितपुरसिमारा के मेयर राजन पौडेल ने कहा कि जेन जेड के युवा रात करीब 10 बजे सिमारा में शांति से प्रदर्शन करने के लिए जुटे थे। जेन जेड समूह के नेता सम्राट उपाध्याय और अन्य मौके पर मौजूद थे। हालांकि, यूएमएल के कैडर ने उन पर हमला कर दिया, जिससे कई लोग घायल हो गए।
मेयर राजन पौडेल ने बताया, "उन्हें पुलिस के सामने पीटा गया। कर्फ्यू लागू किया गया है, लेकिन सिमारा के युवा और निवासी इस हमले की निंदा करने के लिए बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए हैं।"
इससे पहले, बारा के जिला प्रशासन ने एक नोटिस जारी किया जिसमें कहा गया था कि कर्फ्यू के दौरान सुरक्षाकर्मी आवश्यक सेवाओं, एम्बुलेंस, दमकल गाड़ियों, शव वाहन, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के वाहनों, मीडिया कर्मियों, पर्यटकों और मानवाधिकार एवं राजनयिक मिशनों के वाहनों की आवाजाही की अनुमति देंगे।
सीपीएन-यूएमएल के महासचिव शंकर पोखरेल और अन्य नेता बारा के सिमारा में तनाव के बाद त्रिभुवन एयरपोर्ट से लौट गए। इस बीच, सीपीएन-एमसी ने युवाओं पर हमले की निंदा की। सीपीएन-एमसी की जितपुरसिमारा समिति ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और हमले में सीपीएन-एमसी की संलिप्तता के आरोप को गलत और चिंताजनक बताया। बयान में कहा गया है कि जेनरेशन जेड के युवाओं पर हमले के समय पुलिस भी उपस्थित थी।