क्या नेपाल में सुशीला कार्की के पीएम बनने के बाद एक 'नया सवेरा' देखने को मिलेगा?

सारांश
Key Takeaways
- सुशीला कार्की का प्रधानमंत्री बनना एक नई उम्मीद है।
- युवाओं का विश्वास है कि भ्रष्टाचार समाप्त होगा।
- सकारात्मक परिवर्तन की संभावना बढ़ी है।
- एकजुट होकर युवा अपना देश आगे बढ़ा सकते हैं।
- भ्रष्टाचार और नशे की समस्या अभी भी है।
नई दिल्ली, १३ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। जेन-जी के व्यापक विरोध प्रदर्शनों के परिणामस्वरूप नेपाल में अंतरिम सरकार का गठन किया गया है। सुशीला कार्की को प्रधानमंत्री की जिम्मेदारी सौंप दी गई है। हिंसक प्रदर्शनों से उबरने के बाद, देश की जनता को नई प्रधानमंत्री से अधिक उम्मीदें हैं।
नेपाल के कई युवाओं ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में अपने विचार साझा किए। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि अब देश से भ्रष्टाचार समाप्त होगा। निश्चित तौर पर, सुशीला कार्की प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए देश को विकास के मार्ग पर आगे बढ़ाने के लिए सक्रिय रहेंगी।
दिपेंद्र थामा ने सुशीला कार्की को वर्तमान में नेपाल के लिए एक बड़ी उम्मीद बताया। उन्होंने कहा कि यह अस्वीकार नहीं किया जा सकता है कि सुशीला कार्की अन्य भ्रष्ट नेताओं से अलग हैं।
हमें विश्वास है कि वह भविष्य में देश को आगे बढ़ाने की दिशा में संकल्पित होकर काम करेंगी। हम सभी युवा अब नेपाल को आगे बढ़ाने के लिए पूरी मेहनत कर रहे हैं। हम सुनिश्चित कर रहे हैं कि हमें किसी भी प्रकार की कमी का सामना नहीं करना पड़े। हम नेपाल को विकास के मार्ग पर अग्रसर करने का कार्य करेंगे।
दिपेंद्र ने कहा कि निसंदेह यह सही है कि इस विरोध प्रदर्शन के कारण नेपाल की विकास गति धीमी हो गई है। स्थिति अव्यवस्थित हो चुकी है, लेकिन हमें विश्वास है कि यदि सभी युवा एकजुट हों, तो हम अपने राष्ट्र को पुनः खड़ा कर सकेंगे।
जब दिपेंद्र से पूछा गया कि जेन-जी के विरोध प्रदर्शनों के बाद नेपाल में किस प्रकार के बदलाव देख रहे हैं, तो उन्होंने कहा कि अब देश में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिल रहे हैं। अब जितने भी भ्रष्टाचारी नेता थे, उनमें खौफ है। उन्हें डर है कि यदि वे गलत काम करेंगे, तो उन्हें युवाओं के रोष का सामना करना पड़ सकता है।
एक अन्य युवा ने सुशीला कार्की की प्रशंसा की और उन्हें देश के लिए एक अच्छा नेता बताया। उन्होंने कहा कि सुशीला कार्की के नेतृत्व में देश के विकास को नई गति मिलेगी। निश्चित तौर पर, वह हमारे देश के लिए बेहतर साबित हो सकती हैं।
उन्होंने कहा कि नेपाल में विकास की कई संभावनाएं हैं, लेकिन अफसोस की बात यह है कि देश के युवा नशे और भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। यदि नेपाल के नेता भ्रष्टाचार में शामिल नहीं होते, तो आज की स्थिति नहीं होती।
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