क्या बंधकों की रिहाई के बिना गाजा डील पर आगे बात संभव है?: नेतन्याहू

सारांश
Key Takeaways
- बंधकों की रिहाई इजरायल की प्राथमिकता है।
- गाजा डील पर बातचीत तब तक नहीं होगी जब तक यह सुनिश्चित नहीं होता।
- ट्रंप का दबाव इजरायल के लिए महत्वपूर्ण है।
- गाजा का विसैन्यीकरण इजरायल की जिम्मेदारी होगी।
यरूशलम, 5 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने यह स्पष्ट किया है कि जब तक सभी बंधन वापस नहीं लौटते, इजरायल गाजा समझौते के अन्य पहलुओं पर कोई बातचीत नहीं करेगा। उन्होंने यरूशलम में एक बैठक के दौरान यह बयान दिया।
गाजा में शहीद सैनिक परिवारों के प्रतिनिधियों से चर्चा करते हुए नेतन्याहू ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की गाजा युद्धविराम योजना का कोई भी अन्य पहलू तब तक आगे नहीं बढ़ेगा जब तक सभी बंधकों की रिहाई नहीं होती।
उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा, "जब तक पहला क्लॉज—सभी बंधकों की रिहाई, जीवित और मृत (यहां मृतकों के शव से तात्पर्य है) नहीं हो जाती, हम किसी अन्य क्लॉज पर आगे नहीं बढ़ेंगे।"
अगर हमास "राष्ट्रपति ट्रंप की निर्धारित समय सीमा में बंधकों की रिहाई नहीं करता है," तो इजरायल "सभी संबंधित देशों के पूर्ण समर्थन के साथ" गाजा पर फिर से आक्रामक हो जाएगा।
बैठक में उन्होंने कहा, "राष्ट्रपति ट्रंप का दबाव बढ़ रहा है।" "इस बार, वह दृढ़ हैं।"
रिपोर्ट के अनुसार, नेतन्याहू ने यह भी कहा कि युद्ध के बाद फिलिस्तीनी अथॉरिटी (पीए) गाजा का संचालन नहीं करेगी।
उन्होंने कहा, "हमास या पीए का कोई भी प्रतिनिधि पट्टी के नियंत्रण में शामिल नहीं होगा।"
हालांकि, द टाइम्स ऑफ इजरायल ने दावा किया कि नेतन्याहू के इस बयान पर उनके कार्यालय ने कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है।
ट्रंप की 20-सूत्रीय योजना में निर्धारित शर्तों के अनुसार, पीए को गाजा पर फिर से शासन करने से पहले कई सुधार करने होंगे, जबकि उसे अपने पुराने प्रतिद्वंद्वी हमास के विरोध का सामना करना पड़ रहा है।
साथ ही, नेतन्याहू ने यह भी कहा कि गाजा के विसैन्यीकरण की जिम्मेदारी इजरायल की होगी।