क्या ओडिशा यूरोपीय देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने के लिए उत्सुक है? सीएम मोहन चरण माझी

सारांश
Key Takeaways
- ओडिशा के मुख्यमंत्री ने विदेश सेवा अधिकारियों से मुलाकात की।
- यूरोपीय देशों में कुशल युवाओं की मांग बढ़ रही है।
- ओडिशा युवाओं को कौशल विकास पहलों के माध्यम से सक्षम बनाने का प्रयास कर रहा है।
- सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने से ओडिशा को वैश्विक पहचान मिलेगी।
- बैठक में प्रमुख अधिकारी भी शामिल थे।
भुवनेश्वर, 1 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने 2000 और 2001 बैच के भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) अधिकारियों के समूह से सोमवार को लोक सेवा भवन में बातचीत की।
प्रतिनिधिमंडल में रोमानिया में भारत के राजदूत डॉ. मनोज कुमार महापात्रा, स्लोवेनिया गणराज्य में भारत के राजदूत अमित नारंग और माल्टा गणराज्य में भारत की उच्चायुक्त ग्लोरिया गंगटे शामिल थे।
बैठक के दौरान, अधिकारियों ने मुख्यमंत्री के साथ शासन के विभिन्न पहलुओं, ओडिशा में विकास पहलों और वैश्विक स्तर पर भारत की कूटनीतिक भागीदारी पर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को राष्ट्र के प्रति उनकी निरंतर सेवा के लिए शुभकामनाएं दीं और विदेशों में भारत के हितों का प्रतिनिधित्व करने में उनके योगदान की सराहना की।
अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को पिछले वर्ष में राज्य के लिए उनके उत्कृष्ट कार्यों और 'पीपुल्स सीएम' की उपाधि प्राप्त करने पर बधाई दी। उन्होंने इस वर्ष भुवनेश्वर में प्रवासी भारतीय दिवस के सफल आयोजन की भी सराहना की, जिसने वैश्विक भारतीयों, विशेषकर ओडिया लोगों को राज्य से और अधिक जुड़ने के लिए प्रेरित किया।
राजदूतों ने यूरोपीय देशों में कुशल युवाओं की बढ़ती मांग पर प्रकाश डाला और कहा कि राज्य के युवाओं के लिए पर्याप्त अवसर उपलब्ध हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि ओडिशा अपने युवाओं को कौशल विकास पहलों के माध्यम से सशक्त बनाने के लिए सक्रिय कदम उठा रहा है। ओडिशा में कुशल पहल एक विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त ब्रांड बन गई है और राज्य के युवाओं का भविष्य उज्ज्वल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ओडिशा अपने महत्वाकांक्षी युवाओं को यूरोपीय देशों में बेहतर अवसर प्रदान करेगा।
मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि यूरोपीय देशों में ओडिशा की सांस्कृतिक विरासत और हस्तशिल्प को बढ़ावा देने से राज्य को और अधिक गौरव और वैश्विक पहचान मिलेगी।
बैठक में मुख्य सचिव मनोज आहूजा और मुख्यमंत्री कार्यालय के प्रधान सचिव शाश्वत मिश्रा भी उपस्थित थे।