क्या पीएम मोदी ने जी20 के दो सेशनों में भाग लिया? साझा किया अपना अनुभव

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क्या पीएम मोदी ने जी20 के दो सेशनों में भाग लिया? साझा किया अपना अनुभव

सारांश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोहान्सबर्ग में जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लिया और महत्वपूर्ण द्विपक्षीय वार्ताएं की। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए कई कार्यक्रमों में भागीदारी की। जानिए, इस समिट का महत्व और मोदी जी के विचार।

Key Takeaways

  • जी20 समिट में भारत की सक्रिय भागीदारी।
  • द्विपक्षीय वार्ताएं और वैश्विक सहयोग के लिए नई पहल।
  • महत्वपूर्ण मुद्दों पर पीएम मोदी के विचार।

जोहान्सबर्ग, 23 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी20 शिखर सम्मेलन में सक्रिय भागीदारी दिखाई। इस अवसर पर उन्होंने न केवल जी20 की बैठक में भाग लिया, बल्कि जी20 के नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ताएं भी कीं। पीएम मोदी ने इस अनुभव को साझा करने के लिए एक वीडियो भी जारी किया है। आज सम्मेलन के दूसरे दिन भी प्रधानमंत्री कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में शामिल होने वाले हैं।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पीएम मोदी ने वीडियो साझा करते हुए लिखा, "जोहान्सबर्ग में कल जी20 समिट की कार्यवाही सुखद रही। मैंने दो सेशनों में भाग लिया और महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपने विचार प्रस्तुत किए। कई वैश्विक नेताओं के साथ सफल बैठकें भी हुईं।"

आज पीएम मोदी ने जी20 समिट के तीसरे सेशन में भाग लिया। स्थानीय समयानुसार सुबह साढ़े आठ बजे, उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के साथ द्विपक्षीय बैठक की। इसके पश्चात, नौ बजे आईबीएसए की बैठक में भी हिस्सा लिया।

इसके अतिरिक्त, दक्षिण अफ्रीका की अध्यक्षता में इंडिया-ब्राजील-दक्षिण अफ्रीका (आईबीएसए) मीटिंग आयोजित की गई। यह लगातार चौथा जी20 समिट है, जो ग्लोबल साउथ में हो रहा है। जी20 के तीसरे सेशन की शुरुआत सुबह 10 बजे हुई।

जी20 के तीनों सेशनों का विषय समावेशी आर्थिक वृद्धि, जलवायु लचीलापन, और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रहा। विदेश मंत्रालय ने साझा की गई जानकारी के अनुसार, पीएम मोदी ने जी20 एजेंडे पर भारत की दृष्टि को विश्व मंच पर पेश किया।

विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, सेशन के विषय में तीन मुख्य मुद्दे शामिल किए गए हैं। पहला, समावेशी और सस्टेनेबल आर्थिक वृद्धि, जिसमें कोई पीछे न छूटेः हमारी अर्थव्यवस्थाओं का निर्माण, व्यापार की भूमिका, विकास के लिए वित्तीय साधन और कर्ज का बोझ है। दूसरा, एक मजबूत दुनिया में जी20 का योगदानः आपदा जोखिम में कमी, जलवायु परिवर्तन, सही ऊर्जा परिवर्तन, और खाद्य प्रणाली। तीसरा, सभी के लिए एक सही और न्यायपूर्ण भविष्यः आवश्यक खनिज, अच्छी नौकरियां, और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस है।

पीएम मोदी ने ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज और कनाडा के पीएम मार्क कार्नी के साथ त्रिपक्षीय वार्ता की। उन्होंने कहा कि यह एक नई तीन-तरफा टेक्नोलॉजी और इनोवेशन साझेदारी है। जोहान्सबर्ग में जी20 समिट के दौरान ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री और कनाडा के पीएम के साथ उनकी बैठक बहुत सफल रही। हमें आज ऑस्ट्रेलिया-कनाडा-इंडिया टेक्नोलॉजी और इनोवेशन (एसीआईटीआई) साझेदारी की घोषणा करते हुए गर्व महसूस हो रहा है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक मंच पर भारत को एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाने की दिशा में कई कदम उठाए हैं। यह समिट न केवल आर्थिक मुद्दों पर चर्चा के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारत की स्थिति को भी मजबूत करता है।
NationPress
26/11/2025

Frequently Asked Questions

जी20 शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने कौनसे मुद्दों पर चर्चा की?
पीएम मोदी ने समावेशी आर्थिक वृद्धि, जलवायु परिवर्तन, और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की।
जी20 समिट का आयोजन कहाँ हुआ?
जी20 शिखर सम्मेलन का आयोजन जोहान्सबर्ग, दक्षिण अफ्रीका में हुआ।
आईबीएसए बैठक का क्या महत्व है?
आईबीएसए बैठक का महत्व भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के बीच सहयोग को मजबूत करना है।
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