क्या पीएम मोदी ने त्रिनिदाद और टोबैगो में 'रामायण' से 'महाकुंभ' तक की बात की?

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क्या पीएम मोदी ने त्रिनिदाद और टोबैगो में 'रामायण' से 'महाकुंभ' तक की बात की?

सारांश

प्रधानमंत्री मोदी ने त्रिनिदाद और टोबैगो में प्रवासियों को संबोधित करते हुए भारत के संस्कृति, विरासत और अंतरिक्ष में उपलब्धियों पर चर्चा की। उन्होंने रामायण, महाकुंभ और बिहार की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। जानें कैसे ये बातें प्रवासियों के लिए महत्वपूर्ण हैं।

Key Takeaways

  • भारत-त्रिनिदाद के संबंधों को मजबूती मिली।
  • भारतीय प्रवासियों का ओसीआई कार्ड प्रदान किया गया।
  • अंतरिक्ष में भारत के भविष्य की योजनाएं साझा की गईं।
  • बिहार की विरासत का सम्मान किया गया।
  • रामलला की वापसी पर गर्व महसूस किया गया।

पोर्ट ऑफ स्पेन, 4 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री मोदी ने पांच देशों की यात्रा के दूसरे चरण में त्रिनिदाद और टोबैगो का दौरा किया। इस यात्रा के दौरान उन्होंने भारतीय प्रवासियों को संबोधित किया और भारत-त्रिनिदाद और टोबैगो के संबंधों पर चर्चा की। उन्होंने भगवान राम से लेकर महाकुंभ और त्रिनिदाद और टोबैगो की रामलीलाओं का भी उल्लेख किया।

पीएम मोदी ने त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय प्रवासियों की छठी पीढ़ी को ओवरसीज सिटिजनशिप ऑफ इंडिया (ओसीआई) कार्ड देने की बात की। उन्होंने कहा, "आप केवल खून या उपनाम से नहीं जुड़े हैं, बल्कि अपनेपन से भी जुड़े हैं।"

प्रधानमंत्री ने भारत की अंतरिक्ष में उड़ान का उल्लेख करते हुए कहा, "वो समय दूर नहीं है जब कोई भारतीय चंद्रमा पर पहुंचेगा और भारत का अपना अंतरिक्ष स्टेशन होगा। हम अब तारों को केवल गिनते नहीं हैं, बल्कि आदित्य मिशन के रूप में उनके पास जाने का प्रयास कर रहे हैं।"

उन्होंने बिहार की विरासत को भारत के साथ-साथ विश्व का गौरव बताया। उन्होंने कहा, "बिहार ने सदियों पहले लोकतंत्र और उच्च शिक्षा में नई दिशा दिखाई थी। मुझे पूरा विश्वास है कि 21वीं सदी में भी बिहार से नई प्रेरणाएं निकलेंगी।"

उन्होंने भारत से गरीबी को खत्म करने के प्रयासों का भी जिक्र किया और कहा, "भारत ने दिखाया है कि गरीबों को सशक्त बनाकर गरीबी को समाप्त किया जा सकता है।"

पीएम मोदी ने कमला पर्साद-बिसेसर को बिहार की बेटी बताया, उनके पूर्वज बिहार के बक्सर से थे।

उन्होंने अयोध्या में रामलला की वापसी का उल्लेख करते हुए कहा कि वे वहां पवित्र जल और शिलाएं लेकर आए हैं।

प्रधानमंत्री ने सांग्रे ग्रांडे और डाउ विलेज में होने वाली रामलीलाओं को अद्वितीय बताया और कहा, "आपके पूर्वजों ने कठिनाइयों का सामना किया और रामायण को अपने दिल में रखा।"

उन्होंने अपनी पिछली यात्रा को याद करते हुए कहा, "तब हम ब्रायन लारा के खेल की प्रशंसा करते थे, आज सुनील नरेन और निकोलस पूरन इसी उत्साह को जगाते हैं।"

पीएम मोदी ने त्रिनिदाद और टोबैगो में मनाई जाने वाली नवरात्रि, महाशिवरात्रि और जन्माष्टमी का भी जिक्र किया।

Point of View

बल्कि भारतीय प्रवासियों की पहचान और उनकी सांस्कृतिक विरासत को भी उजागर किया। यह यात्रा इस बात का प्रमाण है कि भारत की संस्कृति और इतिहास आज भी विश्वभर में महत्वपूर्ण है।
NationPress
21/07/2025

Frequently Asked Questions

पीएम मोदी ने त्रिनिदाद और टोबैगो में क्या कहा?
पीएम मोदी ने भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते हुए भारत-त्रिनिदाद और टोबैगो के संबंधों, भगवान राम, महाकुंभ और रामलीलाओं के बारे में बात की।
क्या पीएम मोदी ने बिहार की विरासत का जिक्र किया?
हाँ, उन्होंने बिहार की विरासत को विश्व का गौरव बताते हुए कहा कि बिहार ने लोकतंत्र और उच्च शिक्षा में नई दिशा दिखाई।
ओसीआई कार्ड का क्या महत्व है?
ओसीआई कार्ड भारतीय प्रवासियों को भारतीय नागरिकता के अधिकारों का एक हिस्सा प्रदान करता है।
क्या पीएम मोदी ने अंतरिक्ष के बारे में कुछ कहा?
हाँ, उन्होंने भारत की अंतरिक्ष में उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि भारत का अपना अंतरिक्ष स्टेशन होगा।
रामलला की वापसी का क्या महत्व है?
रामलला की वापसी भारतीय संस्कृति और धार्मिकता का प्रतीक है, जो भारतीयों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है।