क्या पुर्तगाल 'फिलिस्तीन को आज़ाद देश' के रूप में मान्यता देगा? इजरायल ने उठाए सवाल

सारांश
Key Takeaways
- पुर्तगाल ने फिलिस्तीन को मान्यता देने का ऐलान किया है।
- संयुक्त राष्ट्र महासभा से पहले यह निर्णय लिया गया है।
- इजरायल ने इस कदम की आलोचना की है।
- अन्य देशों द्वारा भी फिलिस्तीन को मान्यता देने की उम्मीद है।
- मानवीय संकट और संघर्ष के विकास को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
नई दिल्ली, 20 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। पुर्तगाल ने घोषणा की है कि वह रविवार (21 सितंबर) को फिलिस्तीन को एक आज़ाद देश के रूप में मान्यता देने जा रहा है। यह कदम संयुक्त राष्ट्र महासभा की महत्वपूर्ण बैठक से पहले उठाया जा रहा है, जहाँ लगभग 10 अन्य देशों द्वारा भी फिलिस्तीन को मान्यता दिए जाने की संभावना है।
लिस्बन के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि पुर्तगाल रविवार को आधिकारिक रूप से फिलिस्तीन को मान्यता देगा। यह जानकारी संयुक्त राष्ट्र महासभा से पहले दी गई है, जहाँ कई अन्य देश भी इसी दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं। ब्रिटेन, कनाडा और फ्रांस जैसे पश्चिमी देश भी इस महासभा में फिलिस्तीन को मान्यता देने की योजना बना रहे हैं। यह निर्णय ऐसे समय में आया है जब गाजा पट्टी में हामास के खिलाफ इजरायल का अभियान जारी है।
लिस्बन ने जुलाई में कहा था कि वह 'संघर्ष से उत्पन्न स्थिति,' मानवीय संकट, और पश्चिमी तट पर इजरायल की लगातार धमकियों को देखते हुए इस कदम की योजना बना रहा है। विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर एक बयान में कहा गया है, "विदेश मंत्रालय पुष्टि करता है कि पुर्तगाल फिलिस्तीन को मान्यता देगा... मान्यता की आधिकारिक घोषणा रविवार, 21 सितंबर को की जाएगी।"
इजरायल ने फिलिस्तीनी मान्यता की योजना की कड़ी आलोचना की और कहा कि यह हामास को 7 अक्टूबर, 2023 को गाजा में युद्ध भड़काने वाले हमले के लिए पुरस्कृत करेगा। लिस्बन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि पुर्तगाल रविवार को आधिकारिक रूप से फिलिस्तीन को एक देश के रूप में मान्यता देगा।
ब्रिटेन, कनाडा और फ्रांस उन अन्य पश्चिमी देशों में शामिल हैं जो इस महासभा में फिलिस्तीन को मान्यता देने की योजना बना रहे हैं। यह घोषणा ऐसे समय में हो रही है जब गाजा पट्टी में हामास के खिलाफ इजरायल का अभियान जारी है।
लिस्बन ने जुलाई में यह भी बताया था कि वह 'संघर्ष के बेहद चिंताजनक विकास,' मानवीय संकट और पश्चिमी तट पर इजरायल की लगातार धमकियों को देखते हुए यह कदम उठाने का इरादा रखता है।