क्या भारत-पाकिस्तान मैच न होने से भारत को नुकसान होगा? : बाइचुंग भूटिया

सारांश
Key Takeaways
- खेल में राजनीति का कोई स्थान नहीं होना चाहिए।
- ओलंपिक की मेज़बानी के लिए पाकिस्तान का आना आवश्यक है।
- भारत-पाकिस्तान मैच का होना महत्वपूर्ण है।
- सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों को खेल से अलग रखना चाहिए।
- खेल एकता और सौहार्द का प्रतीक हैं।
मुंबई, 20 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। एशिया कप 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले मैच को लेकर भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान बाइचुंग भूटिया ने अपनी राय साझा की है। उन्होंने कहा कि अगर भारत ओलंपिक की मेज़बानी की योजना बना रहा है, तो हमें पाकिस्तान के साथ खेलना नहीं छोड़ना चाहिए। इससे ओलंपिक की मेज़बानी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में बाइचुंग भूटिया ने कहा, "एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के मुकाबले को लेकर जो हुआ, वह उचित नहीं था। खेल में राजनीति का कोई स्थान नहीं होना चाहिए। यदि भारतीय टीम न्यूट्रल स्थल पर पाकिस्तान के खिलाफ खेलने से इनकार करती है, तो यह भविष्य में भारत के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।"
उन्होंने कहा कि भारत ओलंपिक की मेज़बानी चाहता है। अगर आप ओलंपिक की मेज़बानी करते हैं, तो आपको पाकिस्तान को आने देना होगा। यही कारण है कि संभवतः भारत सरकार ने भारतीय क्रिकेट टीम को एशिया कप में पाकिस्तान के साथ खेलने की अनुमति दी। भारत सरकार चाहती तो मैच के प्रसारण पर रोक लगा सकती थी। कई पाकिस्तानी कलाकारों और गायकों को भारत में बैन किया गया है। उसी तरह, भारत-पाकिस्तान मैच के प्रसारण पर भी रोक लगाई जा सकती है, लेकिन मैच होना आवश्यक है।
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकियों द्वारा हुए हमले में 26 लोगों की जान गई थी। इसके जवाब में भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाया था। भारतीय सेना ने पीओके और पाकिस्तान में आतंकियों के ठिकानों को नष्ट किया था। इस घटना के बाद एशिया कप में भारत-पाकिस्तान मैच पर सवाल उठने लगे थे। भारत सरकार ने एशिया कप को बहुराष्ट्रीय टूर्नामेंट बताते हुए भारतीय क्रिकेट टीम को यूएई भेजने की अनुमति दी थी। हालांकि, इस मैच को लेकर देश में कड़ी प्रतिक्रिया हुई थी।
14 सितंबर को पाकिस्तान के खिलाफ हुए मैच में भारतीय टीम ने जीत हासिल की थी। जीत के बाद, भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया। टॉस के दौरान भी सूर्यकुमार यादव ने पाक कप्तान से हाथ नहीं मिलाया था। यह स्थिति 'नो हैंडशेक' के रूप में एक बड़ा विवाद बन गई थी। दोनों टीमें सुपर-4 में रविवार (21 सितंबर) को फिर से आमने-सामने होंगी।