क्या हरियाणा के नूंह में बिजली कर्मचारी की करंट लगने से मौत जलभराव का परिणाम है?

सारांश
Key Takeaways
- वीरेंद्र यादव की करंट लगने से मौत हुई।
- घटना नूंह के अरावली कॉलोनी में हुई।
- पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
- परिवार ने न्याय और सरकारी नौकरी की मांग की।
- जलभराव की समस्या ने इस घटना को जन्म दिया।
नूंह, 20 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। हरियाणा के नूंह शहर की अरावली कॉलोनी में शनिवार को हुई एक दुखद घटना ने सभी को हिला कर रख दिया। बिजली विभाग के कर्मचारी वीरेंद्र यादव का शव एक ट्रांसफार्मर के निकट संदिग्ध परिस्थितियों में पाया गया। स्थानीय निवासियों ने शव देखकर शोर मचाया, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
प्रारंभिक जांच में यह आशंका जताई जा रही है कि बारिश के कारण उत्पन्न जलभराव के बीच ट्रांसफार्मर से करंट लगने से वीरेंद्र की मौत हुई।
यह घटना सुबह करीब 8 बजे की है, जब कॉलोनी में बाढ़ जैसे हालात के बीच वीरेंद्र का शव ट्रांसफार्मर के पास देखा गया। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने घटना स्थल का निरीक्षण किया और शव को नूंह के सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मौत का सही कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा।
बिजली विभाग के एसडीओ अमित यादव ने बताया कि 35 वर्षीय वीरेंद्र यादव चार साल पहले असिस्टेंट लाइनमैन (एएलएम) के पद पर भर्ती हुए थे और पिछले एक साल से लाइनमैन के रूप में कार्यरत थे। वह एक शिकायत के सिलसिले में ट्रांसफार्मर पर काम करने गए थे। मौत के कारणों की जांच के लिए बिजली विभाग और पुलिस संयुक्त रूप से कार्यरत हैं।
वीरेंद्र के छोटे भाई पंकज यादव ने बताया कि वीरेंद्र परिवार का एकमात्र कमाने वाला सदस्य था। उनके माता-पिता का निधन हो चुका है और उनकी दो छोटी बेटियां हैं। परिजनों को सुबह विभाग से हादसे की सूचना मिली, जिसके बाद वे गहरे सदमे में हैं।
परिवार ने त्वरित और निष्पक्ष जांच के साथ-साथ एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है।
यह घटना नूंह में जलभराव की गंभीर समस्या को फिर से उजागर करती है। बारिश के कारण शहर में कई स्थानों पर पानी जमा हो गया है, जिससे लोगों का जीना मुहाल हो गया है। स्थानीय विधायक आफताब अहमद और नागरिकों ने कई बार जल निकासी की समस्या को लेकर सरकार से गुहार लगाई है, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है।
लोगों का मानना है कि यदि ट्रांसफार्मर के पास जलभराव न होता तो शायद यह हादसा टल सकता था।