क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बोलीविया के राष्ट्रपति चुने जाने पर रोडिगो पाज परेरा को बधाई दी?

सारांश
Key Takeaways
- नरेंद्र मोदी ने रोड्रिगो पाज परेरा को बधाई दी।
- पाज की जीत ने वामपंथी शासन का अंत किया।
- भारत और बोलीविया के बीच संबंधों में सुधार की उम्मीद है।
- पाज की शासन शैली 'सर्वसम्मति' होगी।
- बोलीविया में 20 वर्षों बाद गैर-वामपंथी नेता का चुनाव।
नई दिल्ली, 21 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बोलीविया के नए राष्ट्रपति के रूप में रोड्रिगो पाज परेरा को बधाई दी है। पीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के माध्यम से भारत और बोलीविया के बीच के मैत्रीपूर्ण संबंधों का उल्लेख किया।
प्रधानमंत्री ने एक्स पर लिखा, "बोलीविया के राष्ट्रपति चुने जाने पर रोड्रिगो पाज परेरा को हार्दिक बधाई। भारत और बोलीविया के बीच घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध लंबे समय से हमारे पारस्परिक सहयोग की आधारशिला रहे हैं। मैं आने वाले वर्षों में साझा प्रगति और समृद्धि के लिए हमारी साझेदारी को और मजबूत बनाने की उम्मीद करता हूं।"
बोलीविया में राष्ट्रपति चुनाव के दूसरे दौर के मतदान में ईसाई लोकतांत्रिक पार्टी (पीडीसी) के रोड्रिगो पाज ने शानदार जीत हासिल की, जिसमें उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज ‘तुटो’ क्विरोगा को हराया। रविवार को चुनावी परिणाम घोषित हुए थे। 58 वर्षीय पाज ने जीत के बाद एक चुनावी सभा में कहा कि हम पूंजीवाद लाएंगे और अमेरिका से रिश्ते सुधारेंगे।
उनकी जीत के साथ ही इस देश में लगभग 20 वर्षों से चली आ रही वामपंथी पार्टी ‘मूवमेंट टुवर्ड सोशलिज्म’ (एमएएस) के शासन का अंत हो गया है।
बोलीविया में 2006 से एमएएस सत्ता में थी, लेकिन इस बार उसका उम्मीदवार दूसरे दौर तक नहीं पहुंच सका। चुनाव के पहले दौर में अगस्त में मतदान हुआ था, लेकिन उस दौरान कोई दल बहुमत नहीं पा सका था। इसी कारण रविवार को अंतिम दौर का मतदान हुआ जिसमें पाज जीत गए।
पाज ने वादा किया है कि उनकी शासन शैली "सर्वसम्मति" वाली होगी क्योंकि उन्हें विभाजित समाज में जनता का विश्वास हासिल करने की उम्मीद है। पाज ने यह भी कहा कि उन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बधाई संदेश मिला है, जबकि विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि वाशिंगटन "साझा प्राथमिकताओं पर बोलीविया के साथ साझेदारी के लिए तैयार है।"
रुबियो ने कहा, "दो दशकों के कुप्रबंधन के बाद, नवनिर्वाचित राष्ट्रपति पाज का चुनाव दोनों देशों के लिए एक परिवर्तनकारी अवसर है।"
पाज 8 नवंबर को पद ग्रहण करेंगे। इस जीत से बोलीविया की राजनीति में बड़ा बदलाव दिखेगा। दशकों बाद किसी गैर-वामपंथी नेता को राष्ट्रपति पद पर काबिज होने का मौका मिला है। इस बीच मात खाने वाले दल ने चुनावी नतीजों पर सवाल उठाए हैं।