क्या शीत्सांग राष्ट्रीय स्वच्छ ऊर्जा केंद्र के रूप में तेजी से उभर रहा है?

सारांश
Key Takeaways
- शीत्सांग ने पहली बार शांगहाई को हरित बिजली की पार-क्षेत्रीय आपूर्ति की है।
- इससे कोयले की खपत में कमी आएगी और कार्बन उत्सर्जन कम होगा।
- शीत्सांग में स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं का तेज विकास हो रहा है।
- 2024 तक शीत्सांग में नवीकरणीय ऊर्जा-प्रधान प्रणाली का निर्माण होगा।
- यह कदम क्षेत्रीय आर्थिक विकास में सहायक होगा।
बीजिंग, 8 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। सितंबर के अंत में, चीन के शीत्सांग से उत्पन्न हरित बिजली ने पहली बार पार-क्षेत्रीय स्तर पर शांगहाई को आपूर्ति की।
इस ऐतिहासिक आपूर्ति से 78.5 लाख किलोवाट-घंटे बिजली के माध्यम से शांगहाई में 24,100 टन मानक कोयले की खपत में कमी आने का अनुमान है, साथ ही लगभग 60,100 टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में भी कमी आने की संभावना है।
यह बर्फीले पठार से नदियों और पर्वतों को पार करते हुए शांगहाई तक हरित बिजली का संचरण, यह दर्शाता है कि शीत्सांग स्वायत्त प्रदेश ने राष्ट्रीय स्वच्छ ऊर्जा केंद्र के निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति की है।
हाल के वर्षों में, शीत्सांग ने नई ऊर्जा परियोजनाओं के तेज विकास पर ध्यान केंद्रित किया है, जिससे बिजली उत्पादन और ग्रिड प्रणाली का निर्माण समय पर हो सका है।
शीत्सांग ने जलविद्युत, सौर एवं पवन ऊर्जा जैसे स्वच्छ ऊर्जा संसाधनों के विकास को बड़े पैमाने पर बढ़ावा दिया है। इससे न केवल सर्दियों और वसंत ऋतु के दौरान बिजली आपूर्ति की कमी में सुधार हुआ है, बल्कि यह क्षेत्रीय आर्थिक विकास और सामाजिक प्रगति की बढ़ती बिजली मांगों को भी पूरा कर रहा है।
ज्ञात रहे कि वर्ष 2024 के अंत तक, शीत्सांग में एक नवीकरणीय ऊर्जा-प्रधान स्वच्छ ऊर्जा प्रणाली का निर्माण हो चुका होगा।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)