क्या नोएडा में कफ सिरप की फैक्ट्रियों की हो रही है जांच?

सारांश
Key Takeaways
- उत्तर प्रदेश में कफ सिरप की जांच चल रही है।
- सैंपल की रिपोर्ट 15 से 30 दिन में आएगी।
- फैक्ट्रियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी यदि सैंपल फेल होते हैं।
- दवा की एक्सपायरी और बिल लेना आवश्यक है।
- सरकार का यह कदम जनता की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है।
नोएडा, 8 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश और राजस्थान सहित कई राज्यों में कफ सिरप से हुई मौतों के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने सख्ती दिखाई है। उत्तर प्रदेश सरकार के ड्रग्स विभाग ने सिरप के सैंपल लेने का कार्य आरंभ कर दिया है।
गौतमबुद्ध नगर और नोएडा जिले में औषधि विभाग के अधिकारियों ने विभिन्न फैक्ट्रियों से सैंपल एकत्रित कर उन्हें लखनऊ और गोरखपुर में जांच के लिए भेज दिया है।
गौतमबुद्ध नगर जिले में अलग-अलग कंपनियों और फैक्ट्रियों में जांच करके सैंपल इकट्ठा किए जा रहे हैं। बुधवार को जिला औषधि विभाग के निरीक्षक जय सिंह ने ग्रेटर नोएडा के इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित हाई ग्लेंस लेबोरेटरीज में अचानक निरीक्षण किया। उन्होंने पैकेजिंग विभाग में जाकर कई स्थानों से सिरप के सैंपल लिए।
जिला औषधि विभाग के निरीक्षक ने जांच के पश्चात लगभग 8 सिरप के सैंपल लिए और उन्हें सील कर दिया। ये सैंपल गोरखपुर लेबोरेटरी में जांच के लिए भेजे गए हैं, जिनकी रिपोर्ट 15 से 30 दिन में प्राप्त होगी।
जय सिंह ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि यदि किसी भी फैक्ट्री का सैंपल फेल होता है तो आजीवन कारावास का प्रावधान है और आर्थिक दंड भी लगाया जा सकता है।
शहर में अभियान चलाकर फैक्ट्रियों की जांच की जा रही है। इससे पहले भी गौतमबुद्ध नगर में विभिन्न मेडिकल स्टोर और अस्पताल से 10 सिरप के सैंपल लखनऊ भेजे गए हैं।
उन्होंने सलाह दी कि यदि कोई सिरप खरीद रहा है तो दुकान से बिल लेना न भूलें क्योंकि बिल में सिरप की सभी जानकारी होती है। इसके साथ ही दवा की एक्सपायरी की भी जांच करें। जो मेडिकल स्टोर बिल देने से मना करते हैं, वे जांच के दायरे में आते हैं और इसकी विभाग में शिकायत की जा सकती है। सैंपल रिपोर्ट आने के बाद ही फैक्ट्रियों पर कार्रवाई की जाएगी।