तीसरा लियांगझू फोरम: क्या सांस्कृतिक विरासत और मानव विविधता का पुनरुद्धार संभव है?

सारांश
Key Takeaways
- सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण अत्यंत महत्वपूर्ण है।
- यूनेस्को कन्वेंशन की वर्षगांठ मनाई जा रही है।
- 300 से अधिक विदेशी मेहमान इस फोरम में भाग ले रहे हैं।
- सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों के बीच अनुभव का आदान-प्रदान हो रहा है।
- अन्य देशों के साथ सहयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है।
बीजिंग, 19 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। तीसरा लियांगझू फोरम चच्यांग प्रांत के हांगच्यो शहर में आरंभ हुआ है। इस फोरम का मुख्य विषय है "सभ्यता का पुनरुद्धार: सांस्कृतिक विरासत और मानव सांस्कृतिक विविधता।"
इस वर्ष, विश्व सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत के संरक्षण से संबंधित कन्वेंशन में चीन की भागीदारी की 40वीं वर्षगांठ है, और सांस्कृतिक अभिव्यक्तियों की विविधता के संरक्षण और संवर्धन पर यूनेस्को कन्वेंशन को अपनाने की 20वीं वर्षगांठ भी।
इस मंच पर, दुनियाभर के 60 से अधिक देशों और क्षेत्रों के सांस्कृतिक विरासत संरक्षण और प्रबंधन एजेंसियों के प्रमुख, संग्रहालय के निदेशक, पुरातत्वविद्, इतिहासकार आदि सहित 300 से अधिक चीनी और विदेशी मेहमानों को आमंत्रित किया गया है।
फोरम में एक मुख्य फोरम और चार उप-फोरम शामिल थे। मेहमानों ने विभिन्न विषयों पर गहन चर्चा की और अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक विरासत संरक्षण के क्षेत्र में अपने अनुभवों का आदान-प्रदान किया।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)