क्या शी चिनफिंग ने आइसलैंड की राष्ट्रपति से मुलाकात की?

सारांश
Key Takeaways
- चीन और आइसलैंड के बीच 54 वर्षों का राजनयिक संबंध।
- वैश्विक महिला कार्य में महत्वपूर्ण योगदान।
- भूतापीय ऊर्जा और हरित परिवर्तन में सहयोग की आवश्यकता।
- व्यापार और पर्यटन में सफलताएँ।
- बहुपक्षवाद का समर्थन।
बीजिंग, 14 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने पेइचिंग में आयोजित वैश्विक महिला शिखर सम्मेलन में उपस्थित आइसलैंड की राष्ट्रपति हल्ला टॉमसडॉटिर से मुलाकात की।
इस अवसर पर शी चिनफिंग ने उल्लेख किया कि राजनयिक संबंधों की स्थापना के बाद पिछले 54 वर्षों में चीन और आइसलैंड ने हमेशा आपसी सम्मान और लाभप्रद सहयोग को प्राथमिकता दी है। द्विपक्षीय संबंधों में प्राप्त उपलब्धियों से यह स्पष्ट है कि विभिन्न राष्ट्रीय पृष्ठभूमियों वाले देश सामाजिक व्यवस्थाओं और अन्य पहलुओं में मतभेदों को दूर कर परस्परिक लाभ और साझा सफलता हासिल कर सकते हैं। चीन आइसलैंड के साथ संबंधों के विकास पर ध्यान केंद्रित करता है और दोनों देशों के बीच आदान-प्रदान और सहयोग को मजबूत करना चाहता है, ताकि दोनों देशों की जनता को अधिक लाभ मिल सके।
शी चिनफिंग ने आगे कहा कि चीन और आइसलैंड को एक-दूसरे के समर्थन को बनाए रखते हुए विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाना चाहिए। दोनों देश बहुपक्षवाद का समर्थन करते हैं और संयुक्त राष्ट्र के केंद्रित अंतर्राष्ट्रीय प्रणाली और अंतर्राष्ट्रीय कानून के आधार पर वैश्विक व्यवस्था का समर्थन करते हैं। दोनों पक्षों को संपर्क और समन्वय को मजबूत करते हुए वैश्विक महिला कार्य के विकास को बढ़ावा देना चाहिए।
वहीं, हल्ला टॉमसडॉटिर ने कहा कि आइसलैंड चीन के वैश्विक महिला कार्य में महत्वपूर्ण योगदान की सराहना करता है और चीन के साथ मिलकर महिलाओं के विकास को आगे बढ़ाना चाहता है। आइसलैंड और चीन के बीच लंबे समय से मित्रता का संबंध है। व्यापार, भूतापीय ऊर्जा और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच सहयोग की उल्लेखनीय उपलब्धियां हैं। अशांत वैश्विक परिप्रेक्ष्य में आइसलैंड चीन के साथ संपर्क और समन्वय को मजबूत करना चाहता है, ताकि एक साथ वैश्विक चुनौतियों का समाधान किया जा सके।
अंत में, चीन और आइसलैंड ने भूतापीय ऊर्जा और हरित परिवर्तन में सहयोग बढ़ाने पर एक संयुक्त बयान जारी किया।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)