क्या दक्षिण अफ्रीका के मवेशियों में फुट एंड माउथ डिजीज का फैलाव चिंता का विषय है?

सारांश
Key Takeaways
- दक्षिण अफ्रीका में एफएमडी के तेजी से बढ़ते मामले चिंता का विषय हैं।
- किसानों को नियमों का पालन करना अनिवार्य है।
- टीकाकरण अभियान जारी है, जिसमें लाखों टीके लगाए जा चुके हैं।
- यह बीमारी जानवरों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डालती है।
- सरकार और किसानों को मिलकर समाधान खोजना होगा।
केपटाउन, 2 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दक्षिण अफ्रीका के कृषि मंत्री जॉन स्टीनहुइसन ने देश में फैलने वाले फुट एंड माउथ डिजीज (एफएमडी) को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे इस बीमारी को रोकने के लिए बनाए गए नियमों का सख्ती से पालन करें।
वर्तमान में, क्वाज़ूलू-नताल, ग्वातेंग, फ्री स्टेट, नॉर्थ वेस्ट और म्पुमलंगा प्रांतों में 274 मामले दर्ज किए गए हैं। यह बीमारी गाय-भैंस के पालन से संबंधित सभी प्रकार के फार्मों में पाई गई है, जैसे कि बड़े कमर्शियल फार्म, पशु प्रजनन केंद्र, डेयरी फार्म और जानवरों के झुंड।
स्टीनहुइसन ने सोमवार को केपटाउन में एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, "कुछ किसान बीमारी के लक्षण दिखने पर भी अपने पशुओं को एक स्थान से दूसरे स्थान ले जा रहे हैं या बिना सूचना दिए उनका निजी उपचार करवा रहे हैं। यह गलत और गैर-जिम्मेदाराना है।"
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, पूर्वी केप में पिछले साल का प्रकोप नियंत्रण में है और पश्चिमी और उत्तरी केप रोगमुक्त बने हुए हैं, लेकिन ग्वातेंग और क्वाज़ूलू-नताल में नए मामले सामने आ रहे हैं।
दक्षिण अफ्रीका ने जून के अंत में एफएमडी टीकाकरण अभियान शुरू किया था, जिसके लिए लगभग 70 मिलियन रैंड (लगभग 3.97 मिलियन डॉलर) की 900,000 से अधिक खुराक का ऑर्डर दिया गया था।
अब तक, क्वाज़ूलू-नताल, म्पुमलंगा, लिम्पोपो, ग्वातेंग, उत्तर पश्चिम और फ्री स्टेट प्रांतों में लगभग 500,000 टीके लगाए जा चुके हैं।
एफएमडी जानवरों में एक अत्यधिक संक्रामक वायरल रोग है। इस बीमारी में जानवरों के मुंह, पैर और थन में छाले और घाव हो जाते हैं। यह जानवरों के मांस और दूध उत्पादन को गंभीर रूप से प्रभावित करती है।
यह बीमारी इंसानों के लिए खतरनाक नहीं है। यह वायरस संपर्क और हवा के माध्यम से तेजी से फैलता है, जिससे उत्पादन में कमी और व्यापार प्रतिबंधों के कारण भारी आर्थिक नुकसान होता है।