क्या ट्रंप और ग्रीन के बीच जुबानी जंग बढ़ रही है?
सारांश
Key Takeaways
- ट्रंप और ग्रीन के बीच जुबानी जंग जारी है।
- ग्रीन ने जान से मारने की धमकियों का आरोप लगाया है।
- यह विवाद रिपब्लिकन पार्टी में तनाव को दर्शाता है।
नई दिल्ली, 16 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 'मागा' की कट्टर समर्थक और लंबे समय से रिपब्लिकन सहयोगी रहीं मार्जोरी टेलर ग्रीन से अपना समर्थन वापस ले लिया है। इसके बाद ग्रीन ने शनिवार को दावा किया कि निजी सुरक्षा कंपनियों ने उनसे संपर्क कर चेतावनी दी है।
ग्रीन का यह बयान ट्रंप के जॉर्जिया की प्रतिनिधि से अपना समर्थन वापस लेने की घोषणा के बाद आया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "दुनिया के सबसे शक्तिशाली व्यक्ति द्वारा मेरे खिलाफ धमकियों को हवा दी जा रही है और इसे बढ़ावा दिया जा रहा है।"
उन्होंने ट्रंप पर बिना नाम लिए हमला करते हुए कहा कि यह वही व्यक्ति है, जिसका मैंने समर्थन किया था और जिसे निर्वाचित होने में मदद की थी।
ग्रीन ने कहा, "मुझ पर किए गए हमलों के कारण मुझे पहले भी जान से मारने की धमकियां मिली हैं और कई लोगों को दोषी ठहराया गया है, जो इसी तरह की बयानबाजी से प्रभावित होकर कट्टरपंथी बन गए थे। इस बार यह धमकी अमेरिका के राष्ट्रपति की ओर से आई है।"
उन्होंने अपनी पोस्ट में आगे लिखा, "एक महिला होने के नाते, मैं पुरुषों की धमकियों को गंभीरता से लेती हूं। अब मुझे थोड़ा-बहुत समझ आ गया है कि जेफरी एपस्टीन और उसके गिरोह की शिकार महिलाओं को कितना डर और दबाव महसूस होता होगा।"
एक्स पोस्ट में, ग्रीन ने बढ़ते औसत किराने के बिलों का एक चार्ट साझा करते हुए कहा कि यह मेरे सभी रिपब्लिकन सहयोगियों के लिए अंतिम चेतावनी है। उन्होंने कहा, "आप मंगलवार को एपस्टीन की फाइलें जारी करने के लिए 'नहीं' वोट देंगे और अमेरिका में भारी आक्रोश का सामना करेंगे। रिपब्लिकन को महिलाओं का समर्थन नहीं मिलता और यह इसका एक आदर्श उदाहरण है।"
वास्तव में, ग्रीन एपस्टीन फाइल से जुड़े दस्तावेजों को सार्वजनिक करने का समर्थन करती हैं। इसी वजह से ग्रीन और ट्रंप के बीच जुबानी जंग चल रही है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्रूथ सोशल पर लिखा, "मार्जोरी गद्दार ग्रीन हमारी महान रिपब्लिकन पार्टी के लिए कलंक हैं।"
सोशल मीडिया पर गुस्सा जाहिर करते हुए ट्रंप ने 'पागल मार्जोरी' भी कहा। साथ ही यह भी कहा कि अगर सही व्यक्ति चुनाव लड़ेगा तो वह अगले मध्यावधि चुनाव में उम्मीदवार का समर्थन करेंगे।