क्या यूएनएआईडीएस ने एचआईवी को लेकर दी बड़ी चेतावनी?
सारांश
Key Takeaways
- यूएनएआईडीएस ने एचआईवी पर चिंता जताई है।
- 2030 तक 3.3 मिलियन नए मामले सामने आ सकते हैं।
- एचआईवी रोकथाम सेवाओं में कमी आई है।
- स्वास्थ्य सेवाओं में निवेश की आवश्यकता है।
- एकजुटता से ही हम इस संकट का समाधान कर सकते हैं।
जिनेवा, 26 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। जॉइंट यूनाइटेड नेशंस प्रोग्राम ऑन एचआईवी/एआईडीएस (यूएनएआईडीएस) ने अपनी नई रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। इस रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि एचआईवी से लड़ने के वैश्विक तरीकों को दशकों में सबसे बड़ा झटका लगा है।
रिपोर्ट में एआईडीएस महामारी को समाप्त करने के लक्ष्य के लिए एकजुटता, साहस, निवेश और नवाचार पर भरोसा करने की अपील की गई है। इस रिपोर्ट का शीर्षक है "ओवरकमिंग डिसरप्शन, ट्रांसफॉर्मिंग द एड्स रिस्पॉन्स"। इसमें एचआईवी की रोकथाम के लिए अंतरराष्ट्रीय फंडिंग में कमी और वैश्विक एकजुटता की हानि के गंभीर परिणामों का उल्लेख किया गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2025 में अंतरराष्ट्रीय एचआईवी मदद में अचानक कटौती से मौजूदा फंडिंग का अंतर और बढ़ जाएगा। इसमें ऑर्गनाइजेशन फॉर इकोनॉमिक कोऑपरेशन एंड डेवलपमेंट के एक अनुमान का हवाला दिया गया है। इसके अनुसार, 2023 की तुलना में 2025 में बाहरी स्वास्थ्य मदद में 30-40 फीसदी की कमी आने की संभावना है। यदि ऐसा हुआ, तो इससे कम आय वाले देशों में स्वास्थ्य सेवाओं में तुरंत और गंभीर रुकावटें आएंगी।
रिपोर्ट के अनुसार, एचआईवी की रोकथाम सेवाओं पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ा है। एचआईवी रोकथाम दवाओं की सप्लाई में भारी कटौती और स्वैच्छिक चिकित्सा मेल सर्कम्सिशन में गिरावट ने लाखों लोगों के लिए सुरक्षा का अंतर बढ़ा दिया है। कम उम्र की महिलाओं में एचआईवी संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रमों पर भी इसका नकारात्मक असर पड़ा है।
सिन्हुआ न्यूज एजेंसी के अनुसार, रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि अगली ग्लोबल एड्स रणनीति में 2030 तक एचआईवी को रोकने का लक्ष्य रखा गया था। लेकिन इस लक्ष्य को प्राप्त करने में विफलता के कारण 2025 और 2030 के बीच 3.3 मिलियन नए एचआईवी संक्रमण के मामले सामने आ सकते हैं।
यूएनएआईडीएस के अनुसार, दुनिया भर में 40.8 मिलियन लोग एचआईवी से संक्रमित हैं। 2024 में 1.3 मिलियन नए मामले सामने आए और 9.2 मिलियन लोगों को अभी भी इलाज नहीं मिल रहा है।
1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस से पहले, यूएनएआईडीएस ने दुनिया के नेताओं से एकजुटता और एड्स को खत्म करने के लिए मिलकर कोशिश करने की अपील की। यूएनएआईडीएस ने एचआईवी रिस्पॉन्स के लिए फंडिंग बनाए रखने, नवाचार में निवेश करने, मानवाधिकारों की रक्षा करने और इस समुदाय को सशक्त बनाने की अपील की है।
यूएनएआईडीएस की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर विनी ब्यानयिमा ने कहा, "यह हमारे लिए एक महत्वपूर्ण समय है। हम इन झटकों को दशकों की मेहनत से मिली सफलता को खत्म करने दे सकते हैं, या हम एड्स को खत्म करने के लिए एकजुट हो सकते हैं। लाखों लोगों की जिंदगी आज हमारे निर्णयों पर निर्भर करती है।"