क्या उत्कृष्ट पारंपरिक संस्कृति की विरासत और परिवार-देश की भावना को सुदृढ़ बनाना आवश्यक है?

सारांश
Key Takeaways
- चीन की पारंपरिक संस्कृति का महत्व
- राष्ट्रीय भावना को सुदृढ़ करना
- मध्य-शरद उत्सव की भूमिका
- सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण
- आधुनिक समय में संस्कृति का विकास
बीजिंग, ८ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव शी चिनफिंग ने कहा कि चीन के इतिहास में चीनी राष्ट्र ने एक महान राष्ट्रीय भावना और उत्कृष्ट पारंपरिक संस्कृति का निर्माण किया है।
उन्होंने बताया कि यह वही सांस्कृतिक जीन है, जिसने चीनी राष्ट्र को सदियों से जीवित रखा है और इसकी निरंतर समृद्धि को सुनिश्चित किया है। यह वही आध्यात्मिक शक्ति है, जो चीनी राष्ट्र के महान पुनरुत्थान को प्रेरित करती है।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस सांस्कृतिक विरासत को नई परिस्थितियों और वास्तविकताओं के अनुरूप आगे बढ़ाना आवश्यक है। मध्य-शरद ऋतु उत्सव पारिवारिक पुनर्मिलन की आशाओं का प्रतीक है और इसमें गहरी देशभक्ति की भावना समाहित है।
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की १८वीं राष्ट्रीय कांग्रेस के बाद से महासचिव शी चिनफिंग ने चीनी राष्ट्र और सभ्यता की सतत धारा को बनाए रखने के रणनीतिक दृष्टिकोण से उत्कृष्ट पारंपरिक संस्कृति के रचनात्मक परिवर्तन और नवोन्मेषी विकास का नेतृत्व किया है, जिससे यह संस्कृति नए युग में नई ऊंचाइयों पर पहुंची है।
उनका मानना है कि चीन का समृद्ध इतिहास और प्राचीन सभ्यता हजारों वर्षों से चली आ रही उस पारंपरिक सांस्कृतिक धारा पर आधारित है, जो चीनी राष्ट्र की जड़ और आत्मा के रूप में विद्यमान है।
मध्य-शरद उत्सव का राष्ट्रीय अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की पहली सूची में शामिल होना और वसंत उत्सव का यूनेस्को की 'मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत प्रतिनिधि सूची' में सफलतापूर्वक पंजीकरण इस बात का प्रमाण है कि पारंपरिक त्योहार अब चीन की उत्कृष्ट पारंपरिक संस्कृति को संरक्षित और प्रोत्साहित करने के महत्वपूर्ण माध्यम बन चुके हैं।
ध्यान दें कि परिवारों के पुनर्मिलन के इन विशेष दिनों में लोग विभिन्न लोक परंपराओं और सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से त्योहार की खुशियाँ मनाते हैं।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)