क्या प्रधानमंत्री ने विशाखपत्तनम में 3 लाख लोगों संग योग किया और 'हील इन इंडिया' का मंत्र दिया?

सारांश
Key Takeaways
- योग मानवता के लिए एकता का प्रतीक है।
- योग तनाव और अशांति के समय शांति का मार्ग दिखाता है।
- भारत योग की विज्ञान को आधुनिक रिसर्च से और मजबूत कर रहा है।
- योग के माध्यम से स्वास्थ्य में सुधार की संभावनाएं बढ़ रही हैं।
- 'हील इन इंडिया' का मंत्र वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय हो रहा है।
विशाखापत्तनम, 21 जून (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशाखापत्तनम में 3 लाख लोगों और 40 देशों के राजनयिकों के साथ योग किया। इस विशाल आयोजन में आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू भी उपस्थित थे। इस वर्ष की योग की थीम 'एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग' है।
मंच से पीएम मोदी ने कहा कि योग मानवता की भलाई के लिए एक सामूहिक प्रयास है। उन्होंने कहा कि योग का अर्थ है- जोड़ना। यह देखकर खुशी होती है कि योग ने पूरी दुनिया को एकत्र किया है।
पीएम मोदी ने आगे कहा, "आज की दुनिया में इस तरह की एकता और समर्थन सामान्य बात नहीं है। यह केवल एक प्रस्ताव का समर्थन नहीं था, बल्कि मानवता के भले के लिए एक सामूहिक प्रयास था।"
उन्होंने कहा, "दुर्भाग्यवश, आज दुनिया तनाव, अशांति और अस्थिरता से गुजर रही है। ऐसे समय में, योग हमें शांति का रास्ता दिखाता है। योग उस 'पॉज बटन' की तरह है जिसकी इंसानियत को आवश्यकता है - ताकि हम रुक सकें, सांस ले सकें, संतुलन बना सकें और फिर से खुद को पूर्ण महसूस कर सकें।"
प्रधानमंत्री ने योग पर हो रहे रिसर्च की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि भारत योग की विज्ञान को आधुनिक रिसर्च से और अधिक प्रभावशाली बना रहा है। देश के प्रमुख मेडिकल संस्थान योग पर रिसर्च में लगे हुए हैं। योग की वैज्ञानिकता को आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों में शामिल करने का प्रयास किया जा रहा है।
एम्स के सराहनीय कदमों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, "हम योग के क्षेत्र में प्रमाण आधारित थेरेपी को भी बढ़ावा दे रहे हैं। इस दिशा में दिल्ली एम्स ने महत्वपूर्ण कार्य किया है। एम्स के शोध में यह सामने आया है कि कार्डियक और न्यूरोलॉजिकल बीमारियों के इलाज में योग की प्रमुख भूमिका है। इसके अलावा, महिलाओं के स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य में भी योग का महत्वपूर्ण योगदान पाया गया है।"
पीएम मोदी ने हील इन इंडिया का जिक्र करते हुए कहा, "आज 'हील इन इंडिया' का मंत्र भी विश्व में काफी लोकप्रिय हो रहा है। भारत एक प्रमुख गंतव्य बनता जा रहा है। योग इसमें बड़ी भूमिका निभा रहा है। योग के लिए कॉमन प्रोटोकॉल तैयार किया गया है। साढ़े लाख प्रशिक्षित वॉलेंटियर 130 संस्थानों में एक होलिस्टिक ईको सिस्टम तैयार कर रहे हैं। दुनियाभर के लोगों को भारत के इस वेलनेस ईको सिस्टम का लाभ मिले इसके लिए ई-आयुष वीजा जारी किए जा रहे हैं।"
प्रधानमंत्री ने इस वर्ष की थीम को सत्य दर्शाने वाली बताया। उन्होंने कहा कि इस साल के अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम है- 'एक धरती, एक स्वास्थ्य के लिए योग'। यह थीम एक गहरी सच्चाई को दर्शाती है: धरती पर मौजूद हर चीज का स्वास्थ्य एक-दूसरे से जुड़ा हुआ है। मनुष्य की भलाई उस मिट्टी की सेहत पर निर्भर है जिसमें हमारा भोजन उगता है, उन नदियों पर निर्भर है जो हमें पानी देती हैं, उन जानवरों पर जो हमारे इकोसिस्टम का हिस्सा हैं, और उन पेड़ों-पौधों पर जो हमें पोषण देते हैं। योग हमें इस आपसी जुड़ाव का एहसास कराता है, हमें दुनिया से एकात्मता की ओर ले जाता है और सिखाता है कि हम अकेले अस्तित्व में नहीं हैं, हम प्रकृति का हिस्सा हैं।