क्या दिल्ली पुलिस ने अवैध रूप से रह रहे चार बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया?

सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली पुलिस ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई तेज की है।
- गिरफ्तार नागरिकों में अलग-अलग स्थानों के निवासी शामिल हैं।
- ये नागरिक मेडिकल वीजा पर भारत आए थे पर वीजा समाप्त होने पर भी नहीं लौटे।
- पुलिस ने होटलों में ठहरने की जानकारी पर कार्रवाई की।
- आवश्यक कानूनी औपचारिकताएँ पूरी कर उन्हें वापस भेजा गया।
नई दिल्ली, 21 जून (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली में अवैध रूप से निवास करने वाले चार बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है। यह कार्यवाही दक्षिण पश्चिम जिले के ऑपरेशन सेल की टीम ने की। ये नागरिक अपने वीजा की अवधि समाप्त होने के बावजूद भारत में रह रहे थे। दिल्ली पुलिस ने जानकारी दी कि उन्होंने अवैध रूप से दिल्ली में ठहरने के लिए होटलों का सहारा लिया। अब उन्हें विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ), दिल्ली के माध्यम से बांग्लादेश वापस भेज दिया गया है।
दिल्ली पुलिस राजधानी में अवैध रूप से निवास कर रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ लगातार अभियान चला रही है। हाल ही में पुलिस ने बिना वैध भारतीय दस्तावेजों के दिल्ली में रहने वाले व्यक्तियों की पहचान करने, उन्हें हिरासत में लेने और उन्हें वापस भेजने की प्रक्रिया तेज कर दी है। इसी दौरान दक्षिण पश्चिम जिला पुलिस ने चार बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा।
दिल्ली पुलिस के अनुसार, सभी चार बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान की गई है। इनमें से दो नागरिक ढाका के विभिन्न स्थानों के निवासी थे, जबकि एक व्यक्ति बांग्लादेश के मीरगंज और दूसरा खर्रा का रहने वाला था। ये सभी लोग मेडिकल वीजा और अन्य कारणों से भारत आए थे। हालाँकि, उनका वीजा समाप्त हो चुका था, फिर भी ये वापस नहीं लौटे।
दिल्ली पुलिस ने बताया कि वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद भी कुछ अवैध प्रवासियों के महिपालपुर क्षेत्र में घूमने की सूचना मिली थी। इस पर कार्रवाई करते हुए, टीम ने चार व्यक्तियों को हिरासत में लिया, जिनकी पहचान बांग्लादेशी नागरिकों के रूप में हुई। पूछताछ में उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने इलाज के लिए भारत का वीजा प्राप्त किया था और पुर्तगाल का वीजा भी लिया था। दिल्ली में रहने के दौरान यह लोग कई होटलों में रुके। गहन जांच और पूछताछ के बाद सभी आवश्यक कानूनी औपचारिकताएँ पूरी की गईं, जिसके बाद उन्हें एफआरआरओ के माध्यम से वापस भेज दिया गया।