क्या 62 करोड़ लोगों को मिल रहा 5 लाख रुपए तक का मुफ्त स्वास्थ्य बीमा?

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क्या 62 करोड़ लोगों को मिल रहा 5 लाख रुपए तक का मुफ्त स्वास्थ्य बीमा?

सारांश

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने स्वास्थ्य क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधारों की घोषणा की है। 62 करोड़ लोगों को 5 लाख तक का मुफ्त स्वास्थ्य बीमा दिया जा रहा है। जानें इस योजना का व्यापक प्रभाव और क्या है सरकार की नई स्वास्थ्य नीतियों का महत्व।

Key Takeaways

  • 62 करोड़ लोगों को 5 लाख रुपए तक का मुफ्त स्वास्थ्य बीमा मिल रहा है।
  • आयुष्मान भारत योजना विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है।
  • मेडिकल कॉलेजों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है।
  • सरकार ने प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ किया है।
  • युवाओं को नैतिक चिकित्सा पद्धति की ओर प्रेरित किया गया है।

नई दिल्ली, 22 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने सोमवार को वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज एवं सफदरजंग अस्पताल के 7वें वार्षिक दीक्षांत समारोह को संबोधित किया। इस अवसर पर जीजीएसआईपीयू के कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) महेश वर्मा और स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (डीजीएचएस) डॉ. सुनीता शर्मा भी उपस्थित थीं।

अनुप्रिया पटेल ने सभा में स्नातक छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि भारत की स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करने में सार्वजनिक चिकित्सा संस्थानों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि आज जो डिग्रियां आपको मिल रही हैं, वे सिर्फ योग्यता प्रमाण पत्र नहीं हैं, बल्कि करुणा, समर्पण और दृढ़ता के गुण हैं, जिनका पालन आप अपने चिकित्सा पेशे में करेंगे। उन्होंने युवा डॉक्टरों से नैतिक चिकित्सा पद्धति, करुणा और वंचित एवं हाशिए पर पड़े समुदायों की सेवा के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता बनाए रखने का आग्रह किया।

पिछले 11 वर्षों में भारत के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में हुई प्रगति पर प्रकाश डालते हुए अनुप्रिया पटेल ने कहा कि सरकार ने प्राथमिक, माध्यमिक और तृतीयक स्तरों पर स्वास्थ्य सेवा के संपूर्ण ढांचे को बदल दिया है। उन्होंने बताया कि प्राथमिक स्तर पर, देश में 1.82 लाख से अधिक आयुष्मान आरोग्य मंदिर कार्यरत हैं, जो लोगों को व्यापक प्राथमिक देखभाल सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। सरकार बाल स्वास्थ्य केंद्रों और जिला अस्पतालों जैसी माध्यमिक स्वास्थ्य सुविधाओं में मौजूद महत्वपूर्ण कमियों को दूर कर रही है और हम तृतीयक देखभाल सुविधाओं के नेटवर्क का विस्तार कर रहे हैं तथा चिकित्सा शिक्षा को नए सिरे से परिभाषित कर रहे हैं।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में, देश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या 387 से बढ़कर 819 हो गई है। एम्स की संख्या 7 से बढ़कर 23 हो गई है। स्नातक मेडिकल सीटों की संख्या 51,000 से बढ़कर 128,000 हो गई है, और स्नातकोत्तर सीटों की संख्या 31,000 से बढ़कर आज लगभग 82,000 हो गई है।

उन्होंने बताया कि आयुष्मान भारत-पीएमजेएवाई योजना के तहत भारत की कुल जनसंख्या के 40 प्रतिशत से अधिक यानी 62 करोड़ से अधिक लोगों को 5 लाख रुपए तक का मुफ्त स्वास्थ्य बीमा मिल रहा है। यह विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री जन औषधि परियोजना और अमृत फार्मेसी जैसी योजनाएं भी हैं जो रियायती दरों पर दवाएं, चिकित्सा उपकरण और सर्जिकल इम्प्लांट उपलब्ध करा रही हैं।

इस अवसर पर 217 से अधिक स्नातकोत्तर छात्रों, 136 स्नातक छात्रों और 40 सुपर-स्पेशियलिटी छात्रों को डिग्री प्रदान की गई, और 43 छात्रों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन और समर्पण के सम्मान में पदक से सम्मानित किया गया।

Point of View

इसे सफल बनाने के लिए आवश्यक है कि सरकार इसे सही ढंग से लागू करे और सभी वंचित समुदायों तक पहुंचाए। यह एक सकारात्मक कदम है, लेकिन इसके क्रियान्वयन और निगरानी पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
NationPress
22/12/2025

Frequently Asked Questions

इस मुफ्त स्वास्थ्य बीमा योजना में कौन शामिल है?
आयुष्मान भारत-पीएमजेएवाई योजना के तहत भारत की कुल जनसंख्या का 40 प्रतिशत से अधिक, यानी 62 करोड़ लोग शामिल हैं।
यह स्वास्थ्य बीमा योजना कितने पैसे तक का कवर प्रदान करती है?
यह योजना प्रति परिवार 5 लाख रुपए तक का मुफ्त स्वास्थ्य बीमा कवर प्रदान करती है।
क्या इस योजना का लाभ सभी लोग उठा सकते हैं?
यह योजना विशेष रूप से गरीब और वंचित समुदायों के लिए बनाई गई है, ताकि उन्हें स्वास्थ्य सेवाएं सस्ती मिल सकें।
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