क्या एकनाथ शिंदे ने रक्तदान शिविर में मानव सेवा की सराहना की?

सारांश
Key Takeaways
- रक्तदान से जीवन रक्षा होती है।
- ऐसे आयोजन भाईचारे को बढ़ावा देते हैं।
- यह मानव सेवा का प्रतीक है।
- एकता और समर्पण का उदाहरण प्रस्तुत करते हैं।
- स्वास्थ्य सेवाओं में संस्थान की भूमिका महत्वपूर्ण है।
सांबा, 10 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार को जम्मू के विजयपुर एम्स का दौरा किया। इस अवसर पर उन्होंने सिंदूर महा रक्तदान ब्लड डोनेशन कैंप में भाग लिया और महाराष्ट्र से आए पहलवानों से मिले, जो इस शिविर में रक्तदान कर रहे थे।
डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने इस कार्यक्रम को देशभक्ति और मानव सेवा का एक अनुपम उदाहरण बताया और इसकी दिल खोलकर प्रशंसा की। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि यह आयोजन न केवल मानव सेवा का प्रतीक है, बल्कि देश के प्रति समर्पण और एकता का भी अद्भुत उदाहरण है। पहली बार, महाराष्ट्र से 1,200 रक्तदाता जम्मू-कश्मीर आए और उन्होंने यहां रक्तदान किया, जिसके लिए मैं उनका धन्यवाद करता हूँ।
उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का उल्लेख करते हुए कहा कि पाकिस्तान के आतंकवादियों ने पहलगाम में हिंदुओं को निशाना बनाया था। इसके उत्तर में, प्रधानमंत्री ने 'ऑपरेशन सिंदूर' की घोषणा की, जिसके तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादियों का सफाया किया। इसके बाद 'ऑपरेशन महादेव' भी सफलतापूर्वक संपन्न हुआ, जिसने पाकिस्तान को एक सख्त जवाब दिया।
एम्स विजयपुर के इस आयोजन में स्थानीय निवासियों के साथ-साथ विभिन्न राज्यों से आए स्वयंसेवकों ने भी भाग लिया। एकनाथ शिंदे ने इस अवसर पर एम्स प्रशासन की ओर से स्वास्थ्य सेवाओं में किए जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि एम्स जैसे संस्थान देश के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
उन्होंने कहा, “ऐसे आयोजन न केवल लोगों को एकजुट करते हैं, बल्कि देश के प्रति निष्ठा और सेवा की भावना को भी प्रोत्साहित करते हैं। यह हमारी सांस्कृतिक और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है। रक्तदान जैसे कार्य न केवल जीवन बचाते हैं, बल्कि समाज में सकारात्मकता और भाईचारे को भी बढ़ावा देते हैं।”