क्या पश्चिम बंगाल के मोंटेश्वर में टीएमसी गुटों की हिंसक झड़प ने राजनीतिक संकट को बढ़ा दिया?

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क्या पश्चिम बंगाल के मोंटेश्वर में टीएमसी गुटों की हिंसक झड़प ने राजनीतिक संकट को बढ़ा दिया?

सारांश

पश्चिम बंगाल के पूर्व बर्धमान जिले के मोंटेश्वर में तृणमूल कांग्रेस के दो गुटों के बीच हुई हिंसक झड़प ने राजनीतिक तनाव को बढ़ा दिया है। इस संघर्ष में दो कार्यकर्ता घायल हुए हैं, जो अब अस्पताल में भर्ती हैं। क्या यह घटना पार्टी की आंतरिक गुटबाजी को दर्शाती है?

Key Takeaways

  • पश्चिम बंगाल में टीएमसी के गुटों के बीच बढ़ते टकराव ने चिंता पैदा की है।
  • घायलों को चिकित्सा सहायता मिल रही है।
  • राजनीतिक संरक्षण के आरोप लग रहे हैं।

कोलकाता, 11 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल के पूर्व बर्धमान जिले में तृणमूल कांग्रेस की आंतरिक गुटबाजी ने एक बार फिर से अपने नकारात्मक रूप को दिखाया है। टीएमसी के दो गुटों के बीच हुई इस हिंसक झड़प में पार्टी के दो कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिन्हें बर्धमान मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती किया गया है।

यह संघर्ष मोंटेश्वर के इसना गांव में हुआ, जहां राज्य के मंत्री और मोंटेश्वर के विधायक सिद्दीकुल्लाह चौधरी और पूर्व बर्धमान टीएमसी जिला अध्यक्ष तथा कटवा के विधायक रवींद्रनाथ चटर्जी के बीच पुराना टकराव और बढ़ गया। इसके साथ ही मोंटेश्वर पंचायत समिति के अध्यक्ष और मंत्री के समर्थकों के बीच चल रहा संघर्ष भी फिर से भड़क उठा।

पुलिस के अनुसार, शनिवार रात इसना गांव में दोनों गुटों के बीच टकराव हुआ। झड़प में घायल व्यक्तियों में लालोन शेख (मोंटेश्वर पंचायत समिति के फूड ऑफिसर और मंत्री सिद्दीकुल्लाह चौधरी के करीबी) और सबीर खान (पंचायत समिति अध्यक्ष शेख अहमद हुसैन के सहयोगी) शामिल हैं।

रविवार को मंत्री सिद्दीकुल्लाह चौधरी ने अस्पताल जाकर लालोन शेख से मुलाकात की और कहा, "अगर पुलिस समय पर न पहुंचती, तो लालोन शेख की जान चली जाती। पंचायत समिति अध्यक्ष शेख अहमद हुसैन इस हमले के जिम्मेदार हैं।" मंत्री ने आरोप लगाया कि जिला अध्यक्ष रवींद्रनाथ चटर्जी अहमद हुसैन जैसे लोगों को 'राजनीतिक संरक्षण' दे रहे हैं।

उन्होंने आगे कहा, "जिले के संरक्षक होने के नाते रवींद्रनाथ चटर्जी को इन मामलों पर ध्यान देना चाहिए, लेकिन वे चुप हैं।" जब रवींद्रनाथ चटर्जी से मंत्री के आरोपों पर प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उन्होंने कहा, "मुझे नहीं पता सिद्दीकुल्लाह चौधरी ने क्या कहा है। मुझे इस पर कुछ नहीं कहना है।"

इस बीच, सबीर खान के बेटे साहिर अहमद खान ने दावा किया कि शनिवार शाम उनके पिता को बुरी तरह पीटा गया। उनका कहना है कि सबीर खान और उनके समर्थकों ने इसना गांव में लालोन शेख की दुकान पर हमला किया था, जिससे विवाद शुरू हुआ। पुलिस ने इस मामले में इसना गांव के कैन खान, शाजहान खान और बशीर मंडल सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है।

Point of View

यह घटना तृणमूल कांग्रेस की आंतरिक गुटबाजी और राजनीतिक स्थिरता के लिए गंभीर संकेत है। यह स्थिति न केवल पार्टी के लिए, बल्कि राज्य की राजनीति के लिए भी चिंता का विषय है।
NationPress
10/08/2025

Frequently Asked Questions

इस झड़प में कौन-कौन घायल हुआ?
इस झड़प में लालोन शेख और सबीर खान गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
क्यों हुई ये हिंसक झड़प?
यह झड़प मंत्री सिद्दीकुल्लाह चौधरी और रवींद्रनाथ चटर्जी के गुटों के बीच पुरानी दुश्मनी के कारण हुई।
पुलिस ने क्या कार्रवाई की?
पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है।