क्या आलू से सोना उगता है? लाभार्थी ने प्रधानमंत्री मोदी को सुनाई अनोखी कहानी

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी का बांसवाड़ा दौरा
- सोलर प्लांट के फायदे
- बिजली उत्पादन में विकास
- कांग्रेस पर कटाक्ष
- स्वच्छ ऊर्जा का महत्व
बांसवाड़ा, २५ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राजस्थान के बांसवाड़ा में दौरा किया, जहां उनका एक अलग ही अंदाज देखने को मिला। इस दौरान कई ऐसे क्षण आए, जब पीएम मोदी ने जोर से हंसते हुए ठहाके लगाए।
बातचीत के दौरान एक लाभार्थी ने सोलर प्लांट के फायदों का उल्लेख करते हुए कहा कि सोलर प्लांट की स्थापना से हमारा सपना साकार हुआ है। पहले हम केवल अन्नदाता के रूप में जाने जाते थे, लेकिन आज आपकी सहायता से हम ऊर्जादाता भी बन गए हैं। इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अब अन्नदाता, ऊर्जादाता बन चुके हैं।
लाभार्थी ने पीएम मोदी को बताया कि हमने आपको जमीन दी और आपने उसमें सोना उगाया। मैंने सुना था कि आलू से सोना उगेगा, हालांकि आलू से सोना नहीं उगा, लेकिन आपने हमारी ज़मीन से हमें सोना जरूर दे दिया। यह सुनकर पीएम मोदी भी हंस पड़े।
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने बांसवाड़ा में कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। उन्होंने यहाँ १५,००० से अधिक नियुक्ति पत्र भी बांटे और तीन ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। पीएम मोदी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पार्टी पर भी निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि राजस्थान की धरती से आज बिजली क्षेत्र में भारत के सामर्थ्य का एक नया अध्याय लिखा जा रहा है। आज राजस्थान, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, कर्नाटका और महाराष्ट्र में ९०,००० करोड़ रुपए से अधिक के प्रोजेक्ट आरंभ हुए हैं। यह दर्शाता है कि आज देश बिजली की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। हर राज्य को प्राथमिकता दी जा रही है।
कांग्रेस की सरकार ने बिजली के महत्व पर ध्यान नहीं दिया। जब २०१४ में आपने मुझे सेवा का अवसर दिया, तब भारत के २.५ करोड़ घरों में बिजली का कनेक्शन नहीं था। आजादी के ७० साल बाद भी १८,००० गांवों में बिजली के खंभे तक नहीं लगे थे।
उन्होंने कहा कि २०१४ में हमारी सरकार ने इन हालातों को बदलने का संकल्प लिया और हमने देश के हर गांव तक बिजली पहुंचाई। हमने २.५ करोड़ घरों को मुफ्त बिजली कनेक्शन दिया। इससे लोगों की जिंदगी आसान हुई और नए उद्योग स्थापित हुए। २१वीं सदी में जिस देश को तेजी से विकास करना है, उसे स्वच्छ ऊर्जा में आगे रहना होगा। इसलिए हमारी सरकार स्वच्छ ऊर्जा को जनआंदोलन बनाकर आगे बढ़ा रही है।