क्या अभाविप ने डीयू परिसर में ओडिशा की छात्रा सौम्याश्री को श्रद्धांजलि दी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की?

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क्या अभाविप ने डीयू परिसर में ओडिशा की छात्रा सौम्याश्री को श्रद्धांजलि दी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की?

सारांश

दिल्ली विश्वविद्यालय में अभाविप ने ओडिशा की छात्रा सौम्याश्री बिश्री को श्रद्धांजलि दी। यह घटना एक गंभीर मुद्दे को उजागर करती है, जहां छात्रों को मानसिक दवाब का सामना करना पड़ता है। अभाविप ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

Key Takeaways

  • सौम्याश्री बिश्री की आत्महत्या एक गंभीर घटना है।
  • अभाविप ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
  • शैक्षणिक संस्थानों में मानसिक स्वास्थ्य की अनदेखी नहीं की जानी चाहिए।
  • कॉलेज प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाया गया।
  • आंदोलन के माध्यम से जन जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।

नई दिल्ली, १५ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने मंगलवार को दिल्ली विश्वविद्यालय परिसर में ओडिशा के फकीर मोहन कॉलेज की छात्रा एवं अभाविप की सक्रिय कार्यकर्ता सौम्याश्री बिश्री की आत्महत्या के विरोध में एक जोरदार प्रदर्शन करके श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही इस मामले की त्वरित न्यायिक जांच एवं दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की भी मांग की गई।

ज्ञात हो कि सौम्याश्री बिश्री ने कॉलेज की विभागाध्यक्ष समीर साहू द्वारा लगातार मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना के कारण १२ जुलाई को आत्मदाह किया, जिससे १४ जुलाई को उनका निधन हो गया। अभाविप का मानना है कि यह घटना न केवल दुखद है, बल्कि यह एक शैक्षणिक संस्थान में व्याप्त अन्याय और असंवेदनशीलता को उजागर करती है।

अभाविप ने इस घटना पर कॉलेज प्रशासन की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि यदि समय रहते प्रशासन ने संज्ञान लिया होता और सौम्याश्री की पीड़ा को समझा होता, तो आज एक होनहार छात्रा जीवन से हार नहीं मानती। अभाविप हमेशा से परिसर में तनावमुक्त वातावरण के पक्ष में रहा है और मानता है कि शिक्षण संस्थानों में छात्रों की मानसिक स्थिति की अनदेखी एवं प्रशासन की निष्क्रियता दोनों ही अमानवीय परिणामों को जन्म देती हैं। इसमें सुधार के लिए सरकार और शिक्षण संस्थानों को मिलकर कार्य करना चाहिए।

अभाविप की राष्ट्रीय मंत्री शिवांगी खरवाल ने कहा कि सौम्याश्री केवल एक छात्रा नहीं, बल्कि पूरे छात्र समाज की आवाज थी। आज जब एक युवा छात्रा को मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न के कारण आत्मदाह करना पड़ता है, तो यह समूचे शैक्षणिक ढांचे के लिए आत्ममंथन का समय है। यह घटना दर्शाती है कि किस प्रकार की तानाशाही और संवेदनहीनता आज हमारे शिक्षण संस्थानों में घर कर गई है। अभाविप सौम्याश्री के साथ हुए अन्याय को कभी बर्दाश्त नहीं करेगा और जब तक दोषियों को सख्त सजा नहीं मिल जाती, तब तक हम संघर्ष करते रहेंगे।

अभाविप दिल्ली के प्रदेश मंत्री सार्थक शर्मा ने कहा कि हमने एक साहसी और प्रतिबद्ध कार्यकर्ता को खो दिया है, जिसने शैक्षणिक दमन के खिलाफ अपनी जान दे दी। सौम्याश्री का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। अभाविप राज्य सरकार से मांग करता है कि विभागाध्यक्ष समीर साहू को तत्काल निलंबित कर इस मामले में न्यायिक जांच की जाए और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। यदि दोषियों पर जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो अभाविप पूरे देश में इस मुद्दे को लेकर जनजागरण और आंदोलन खड़ा करेगा।

इस अवसर पर बड़ी संख्या में दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया और मोमबत्तियां जलाकर मृतका सौम्याश्री बिश्री को श्रद्धांजलि अर्पित की।

Point of View

यह घटना हमारे शिक्षण संस्थानों में मौजूद गहरे मुद्दों को दर्शाती है। छात्रों की मानसिक स्वास्थ्य की अनदेखी और प्रशासन की निष्क्रियता को अब समाप्त करना होगा। यह समय है कि हम सभी मिलकर एक सुरक्षित और संवेदनशील शैक्षणिक वातावरण बनाने की दिशा में कदम बढ़ाएं।
NationPress
21/07/2025

Frequently Asked Questions

सौम्याश्री बिश्री की आत्महत्या का कारण क्या था?
सौम्याश्री ने मानसिक एवं शारीरिक प्रताड़ना के कारण आत्मदाह किया।
अभाविप ने इस घटना पर क्या प्रतिक्रिया दी?
अभाविप ने श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ-साथ दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
क्या कॉलेज प्रशासन ने इस मामले में कोई कदम उठाया?
अभाविप ने कॉलेज प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठाए हैं।
क्या आगे इस मुद्दे पर कोई आंदोलन होगा?
यदि दोषियों पर कार्रवाई नहीं की गई, तो अभाविप आंदोलन की योजना बना रहा है।
इस घटना ने छात्रों के बीच क्या संदेश दिया?
यह घटना छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और सुरक्षा के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने का संदेश देती है।